मुझे दर्शन दे गई माँ कल रात सोते सोते भजन लिरिक्स

मुझे दर्शन दे गई माँ कल रात सोते-सोते भजन मां की कृपा और भक्तों पर उनकी विशेष अनुकंपा को दर्शाता है। यह भजन एक भक्त के सौभाग्य का वर्णन करता है, जिसे स्वप्न में ही मां के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं। जब मां स्वयं किसी भक्त को दर्शन देती हैं, तो यह संकेत होता है कि उनका आशीर्वाद उस भक्त के साथ है। आइए, इस भक्तिमय रचना के माध्यम से मां की महिमा का गुणगान करें।

Mujhe Darshan De Gayi Maa Kal Rat Sote Sote

मुझे दर्शन दे गई माँ,
कल रात सोते सोते,
फिर बीती रात मेरी,
माँ से बात होते होते,
मुझे दर्शन दे गई मां।1।

मुझे याद है अभी भी,
वो रात का नजारा,
वो रात का नजारा,
माँ सामने खड़ी थी,
आभास होते होते,
फिर बीती रात मेरी,
माँ से बात होते होते,
मुझे दर्शन दे गई मां।2।

जैसी सामने मुरत,
वैसी मैंने देखी,
वैसी मैंने देखी,
मैं तो चरणों में पड़ा था,
यूँ निहाल होते होते,
फिर बीती रात मेरी,
माँ से बात होते होते,
मुझे दर्शन दे गई मां।3।

वो गीले वो सारे शिकवे,
जो जरा मैं माँ से कहता,
जो जरा मैं माँ से कहता,
सब भूलते ही जाते,
मुझे याद होते होते,
फिर बीती रात मेरी,
माँ से बात होते होते,
मुझे दर्शन दे गई मां।4।

मुझे गोद में बिठाया,
और प्यार से माँ बोली,
और प्यार से माँ बोली,
तू तो अब भी रो रहा है,
मेरे पास होते होते,
फिर बीती रात मेरी,
माँ से बात होते होते,
मुझे दर्शन दे गई मां।5।

मुझे दर्शन दे गई माँ,
कल रात सोते सोते,
फिर बीती रात मेरी,
माँ से बात होते होते,
मुझे दर्शन दे गई मां।6।

मां अपने सच्चे भक्तों को कभी निराश नहीं करतीं और किसी न किसी रूप में उन्हें अपनी उपस्थिति का आभास कराती हैं। उनकी भक्ति करने से आत्मिक शांति और आध्यात्मिक बल प्राप्त होता है। यदि यह भजन आपको भक्तिरस में डुबो रहा है, तो आपको [“मेरी झुँझन वाली का सारे जग में डंका बाजे”](दूसरे भजन का लिंक डालें) भजन भी अवश्य सुनना चाहिए, जिसमें मां की अद्भुत महिमा और उनके यश का वर्णन किया गया है। आइए, मां की भक्ति में लीन होकर उनके चरणों में शीश नवाएं। जय माता दी! 🚩

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