मेरी बहना केशों पर लिख कल्याणी भजन लिरिक्स

मेरी बहना केशों पर लिख कल्याणी भजन भक्तों की भावनाओं का अद्भुत चित्रण करता है, जिसमें मां दुर्गा की दिव्य महिमा और कल्याणकारी स्वरूप का वर्णन है। यह भजन सिर्फ शब्दों का संकलन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा है, जो हमें मां की असीम कृपा का अनुभव कराती है। आइए, इस भजन के माधुर्य में डूबकर मां कल्याणी की स्तुति करें और उनकी कृपा का अनुभव करें।

Meri Bahana Kesho Par Likh Kalyani

दोहा –
सत्य कलम ले हाथ में,
भर के धर्म दवात,
जो जो मैं तोसे कहूं,
बहना लिख दे वही बात।

मेरी बहना केशों पर लिख कल्याणी,
मस्तक पर लिख महारानी,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।1।

भृकुटि पर भय भंजन लिख दे,
पलकों पर प्रतिपाली,
नैनो से नैना देवी लिखियो,
कोर पर कमला काली,
नाक पर नारायणी लिख दे तू,
नाक पर नारायणी लिख दे तू,
लिख कानों पर कंकाली,
बहना गालों पर गोरी ज्ञानी,
रसना पर लिख रुद्राणी,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।2।

कंठ पर कुष्मांडा लिखकर,
लिख कांधे पर कात्यायनी,
भुजंग पर लिख भव्य भगवती,
भवमोचनी भवानी,
पहुंची पर पुरुषत्री लिख दे,
पहुंची पर पुरुषत्री लिख दे,
अंगुलियों पर अंबे रानी,
बहना नाभि पर नित्य कुमारी,
कंठ पर लिख कन्या प्यारी,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।3।

जांघों पर जगदंबे ज्वाला,
पिंडलिन पर्वत वारी,
एड़ी पर इन्द्रीमां लिख,
पंजे पर पालन हारी,
तलवे पर लिख तीन लोक की,
तलवे पर लिख तीन लोक की,
जाने जग महतारी,
बहना रामे चेतन होकर के,
मन‌ इत चित इतकूं धर के,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।4।

मेरी बहना केशो पर लिख कल्याणी,
मस्तक पर लिख महारानी,
लिख दे लिखाऊं जो जो नाम मैं।5।

मां दुर्गा अपने भक्तों का सदा कल्याण करती हैं, उनका प्रेम और आशीर्वाद कभी कम नहीं होता। अगर यह भजन आपके हृदय में भक्ति की ज्योत जलाने में सफल रहा, तो आपको [“हे देवी मैया धीर धरैया, तेरे सिवा माँ जग में”](दूसरे भजन का लिंक डालें) भजन भी अवश्य सुनना चाहिए, जिसमें मां की अटूट कृपा और भक्तों की अडिग श्रद्धा का सुंदर वर्णन किया गया है। आइए, मां के चरणों में शीश नवाएं और उनकी भक्ति में लीन हों। जय माता दी! 🚩

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