मेरी अम्बे माँ जगदंबे मेरी फरियाद सुन लेना

भक्त का हृदय जब व्याकुल होता है, तो वह माँ अम्बे की शरण में आकर अपनी सारी पीड़ा, सारी प्रार्थनाएँ उन्हीं के चरणों में समर्पित कर देता है। मेरी अम्बे माँ जगदंबे मेरी फरियाद सुन लेना भजन भी इसी गहरी भक्ति और विनम्रता का प्रतीक है। यह भजन एक भक्त की पुकार है, जो माँ जगदंबे से अपनी समस्याओं का समाधान मांग रहा है, उनसे अपना दुख साझा कर रहा है। इसे सुनते ही मन में श्रद्धा उमड़ पड़ती है और माँ से एक अटूट जुड़ाव महसूस होता है।

Meri Ambe Maa Jagdambe Meri Fariyad Sun Lena

मेरी अम्बे माँ जगदंबे,
मेरी फरियाद सुन लेना,
तेरे चरणो में मस्तक है,
मुझे अपना बना लेना।1।

सुना है पार करती हो,
तुम पतितों और अनाथों को,
भंवर में है मेरी नैया,
उसे भव पार लगा देना,
मेरी अंबे मां जगदंबे,
मेरी फरियाद सुन लेना।2।

ये दुनिया पाप की बस्ती,
बिछा है जाल स्वारथ का,
छुड़ाकर जाल से मुझको,
शरण अपनी लगा लेना,
मेरी अंबे मां जगदंबे,
मेरी फरियाद सुन लेना।3।

तू धर के रूप रण चण्डी,
किया वध पापी दुष्टों का,
तुम्हारी ही कृपा है,
शूल को भी फूल बना देना,
मेरी अंबे मां जगदंबे,
मेरी फरियाद सुन लेना।4।

मैं पापी हूँ अधम मैया,
मेरे मन में अंधेरा है,
जगाकर ज्ञान की ज्योति,
मुझे मंदिर दिखा देना,
मेरी अंबे मां जगदंबे,
मेरी फरियाद सुन लेना।5।

मेरी अम्बे माँ जगदंबे,
मेरी फरियाद सुन लेना,
तेरे चरणो में मस्तक है,
मुझे अपना बना लेना।6।

“मेरी अम्बे माँ जगदंबे मेरी फरियाद सुन लेना” भजन हमें यह विश्वास दिलाता है कि माँ अम्बे अपने भक्तों की पुकार जरूर सुनती हैं। वे हमारी हर प्रार्थना को स्वीकार कर हमें आशीर्वाद देती हैं। इसी भक्ति-भाव को और गहरा करने के लिए “[माँ दुर्गा के चरणों में मेरा नमन]” जैसे भजन सुनना और गाना भी हमें माँ से और अधिक जोड़ता है। माँ की कृपा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे। जय माता दी! 🙏🔱

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