मैं तेरे द्वार पहली बार मैया आया हूँ लिरिक्स

मैं तेरे द्वार पहली बार मैया आया हूँ भजन एक भक्त की अनूठी भावनाओं को व्यक्त करता है, जो पहली बार माता रानी के पावन दरबार में हाजिरी लगाने आया है। यह भजन उस भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है, जो एक भक्त के हृदय में तब उमड़ती है जब वह मां के दर्शन की लालसा लिए उनकी शरण में आता है। यह भजन हमें मां की अपार कृपा और स्नेह का अनुभव कराता है, जिससे मन में अद्भुत शांति और उत्साह भर जाता है।

Main Tere Dwar Pahali Bar Maiya Aaya Hu

मैं तेरे द्वार पहली बार,
मैया आया हूँ,
दरस एक बार दे दे,
आस लेके आया हूँ,
मै तेरे द्वार पहली बार,
मैया आया हूँ।1।

तु ही माँ वैष्णो तु ही दुर्गा,
तु ही काली है,
तेरा ही नाम मैया,
जग में शेरावाली है,
तु ही माँ वैष्णो तु ही दुर्गा,
तु ही काली है,
तेरा ही नाम मैया,
जग में शेरावाली है,
शरण में तेरे,
शरण में तेरे मैं,
एक दास बन के आया हूँ,
मै तेरे द्वार पहली बार,
मैया आया हूँ।2।

जो भी दर पे तेरे मैया,
आस लेके आते हैं,
रोते रोते आते हैं वो,
हँसते हँसते जाते हैं,
जो भी दर पे तेरे मैया,
आस लेके आते हैं,
रोते रोते आते हैं वो,
हँसते हँसते जाते हैं,
यही विश्वास,
यही विश्वास दिल में,
अपने लेके आया हूँ,
मै तेरे द्वार पहली बार,
मैया आया हूँ।3।

मैं तेरे द्वार पहली बार,
मैया आया हूँ,
दरस एक बार दे दे,
आस लेके आया हूँ,
मै तेरे द्वार पहली बार,
मैया आया हूँ।4।

मां अपने भक्तों को कभी खाली हाथ नहीं लौटातीं, चाहे वे पहली बार आए हों या बार-बार उनकी शरण में पहुंचे हों। उनकी ममता और कृपा सब पर समान रूप से बरसती है। यदि यह भजन आपके मन को भक्तिरस से भर रहा है, तो आपको [“मुझे ले चलिए हनुमान मैया के जगराते में”](दूसरे भजन का लिंक डालें) भजन भी अवश्य सुनना चाहिए, जिसमें मां के जागरण की महिमा और उनकी दिव्य कृपा का सुंदर वर्णन किया गया है। आइए, मां के चरणों में शीश झुकाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें—जय माता दी! 🚩

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