तुलसी सुमर संसार सार दे आचार्य श्री तुलसी भजन

आचार्य श्री तुलसी का जीवन और उपदेश हमें सच्चे मार्ग की ओर प्रेरित करते हैं। तुलसी सुमर संसार सार दे भजन, हमें उनके तप, त्याग और ज्ञान का स्मरण कराता है। यह भजन हमें बताता है कि संसार नश्वर है, परंतु सच्चा सार धर्म और आत्मिक उत्थान में ही निहित है। आचार्य तुलसी ने अपनी वाणी और आचरण से हमें संयम, अहिंसा और आत्मशुद्धि की राह दिखाई। आइए, इस भजन को पढ़कर उनके उपदेशों को हृदयंगम करें और उनकी कृपा का अनुभव करें।

Tulsi Samar Sansar Sar De Achary Siri Tulsi Bhajan

तुलसी सुमर संसार सार दे,
तीनों वर्णों से ये,
तीन लोक तार दे।1।

नयी कलाएं लेकर उतरे,
वसुंधरा पर तुलसी,
धरती नभ तक खूब पसारी,
बांटी घर घर तुलसी,
तेरा पुरुषार्थ सिद्धि का भंडार दे,
तुलसी सुमर संसार सार दें।2।

तेरा दिव्य दीदार सामने,
उभर उभर कर आता,
तेजस्वी आँखों से छलका,
प्रेम सरसa सरसाता,
तेरी मोहक छवि सुख संचार दे,
तुलसी सुमर संसार सार दें।3।

तूने मानव को मानव,
जीवन का मूल्य बताया,
कल्पवृक्ष सा कामधेनु,
चिंतामणि तुल्य बताया,
सारी आशाओं को नए आकार दें,
तुलसी सुमर संसार सार दें।4।

भारत में अवतार तुम्हारा,
नियति का वरदान,
भिक्षु शासन में नौंवा पद,
अद् भुत थे अवदान,
आशीर्वादों की दुनियां को बौछार दें,
तुलसी सुमर संसार सार दें।5।

तुलसी सुमर संसार सार दे,
तीनों वर्णों से ये,
तीन लोक तार दे।6।

जैन जी के भजन हमेशा हमारे हृदय को आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं। तुलसी सुमर संसार सार दे भजन हमें यह सिखाता है कि सच्ची भक्ति और ज्ञान ही जीवन का सार हैं। अगर यह भजन आपके हृदय में भक्ति की ज्योत जलाए, तो हे शंखेश्वर पारस नाथ रखदो प्रभु मेरे सिर पर हाथ, दादा बेगो बेगो आजा रे हे भरतपुर का राजा रे जैन भजन, गुरुवर का हुआ उपकार बहुत अज्ञान तिमिर हरने के लिए, दे दो दर्शन प्रभु नेमीनाथ प्रभु भजन जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और गुरु भक्ति में लीन हों। जय गुरुदेव! 🙏

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