कुंडलपुर में त्रिशला माता ने ललना जाया है लिरिक्स

जैन धर्म के अनुयायियों के लिए कुंडलपुर एक पवित्र तीर्थस्थल है, जहाँ माता त्रिशला ने भगवान महावीर स्वामी को जन्म दिया था। कुंडलपुर में त्रिशला माता ने ललना जाया है भजन भगवान महावीर के जन्म की दिव्यता और इस शुभ अवसर की महिमा का गुणगान करता है। माता त्रिशला के सोलह स्वप्न और उनके माध्यम से प्रकट हुई शुभता इस भजन में भावनात्मक रूप से उकेरी गई है। आइए, इस भजन के माध्यम से भगवान महावीर के जन्म के इस दिव्य प्रसंग को नमन करें।

Kundalpur Men Trishala Mata Ne Lalana Jaya Hai Lyrics

शुभ अवसर आया है,
क्या आनंद छाया है,
कुंडलपुर में त्रिशला माता ने,
ललना जाया है।1।

जब जन्म लिया तीर्थंकर ने,
तब तीन लोक हर्षाये,
क्या नर-नारी क्या मूक पशु,
सब देव हैं मंगल गाये,
यंग घड़ी अविस्मरणीय बड़ी,
हैं जग-उद्धारक आये,
सौभाग्य हमारा अनुपम है,
प्रभु चरण है हमने पाए,
जग में ये दूत अहिंसा का,
महावीर कहाया है,
शुभ अवसर आया हैं,
क्या आनंद छाया है।2।

भटके मानव को वीर प्रभु ने,
सत्य धर्म सिखलाया,
तुम जियो सभी को जीने दो,
स्वर्णिम उपदेश सुनाया,
हिंसा में धर्म कदापि नहीं,
सबको ये भेद बताया,
दुख मे डूबे संसारी को,
मुक्ति का मार्ग दिखाया,
ये पावन गीत अहिंसा का,
दुनियाँ ने गाया है,
शुभ अवसर आया हैं,
क्या आनंद छाया है।3।

शुभ अवसर आया है,
क्या आनंद छाया है,
कुंडलपुर में त्रिशला माता ने,
ललना जाया है।4।

जैन जी के भजन हमें जैन धर्म की महान परंपराओं और तीर्थ स्थलों की महिमा से जोड़ते हैं। कुंडलपुर में त्रिशला माता ने ललना जाया है भजन हमें भगवान महावीर के जन्म के पावन क्षणों का स्मरण कराता है और उनकी शिक्षाओं को जीवन में अपनाने की प्रेरणा देता है। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति का भाव जागृत करे, तो माँडोली वाले हे आबू वाले शांति सुरिस्वर हे गुरुदेवा, हिमाचल सुरिस्वर की महिमा जग में बड़ी महान है, मन को कुंडलपुर कर जाओ बड़े बाबा मेरे, गुरु कृपा बरस गयी रे तक़दीर बदल गयी रे जैसे अन्य भजन भी पढ़ें और भक्ति के इस आनंद में डूब जाएँ। 🙏

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