दादा बेगो बेगो आजा रे हे भरतपुर का राजा रे जैन भजन

भक्तों की सच्ची पुकार कभी व्यर्थ नहीं जाती। दादा बेगो बेगो आजा रे, हे भरतपुर का राजा रे भजन, श्रद्धा और भक्ति से भरा हुआ है, जिसमें भक्त अपनी विनम्र प्रार्थना के साथ भगवान को शीघ्र दर्शन देने की अरदास करते हैं। यह भजन हमें प्रभु के प्रति अटूट विश्वास, प्रेम और समर्पण की भावना से जोड़ता है। जब मन भक्तिभाव से भर जाता है, तो हर संकट स्वतः ही दूर हो जाता है। आइए, इस भजन को पढ़कर प्रभु के चरणों में अपनी भक्ति समर्पित करें।

He Bharatpur Ka Raja Re.. Dada Bego Bego Aaja Re

तेरा ध्यान हम तो धरे,
गुरुवर दिल से याद करे,
म्हाने दर्श दिखा जा रे,
दादा बेगो बेगो आजा रे,
हे भरतपुर का राजा रे,
दादा बेगो बेगो आजा रें।1।

थारे दर्शन री लागी म्हाने प्यास,
गुरुवर भक्ता ने बस थारी आस,
आकर नेंणा में समाजा रे,
दादा बेगो बेगो आजा रें,
हे भरतपुर का राजा रे,
दादा बेगो बेगो आजा रें।2।

था बिन आवे न एक पल चेन,
‘दिलबर’ याद करे दिन रेन,
म्हाने धीर बँधा जा रे,
दादा बेगो बेगो आजा रें,
हे भरतपुर का राजा रे,
दादा बेगो बेगो आजा रें।3।

तेरा ध्यान हम तो धरे,
गुरुवर दिल से याद करे,
म्हाने दर्श दिखा जा रे,
दादा बेगो बेगो आजा रे,
हे भरतपुर का राजा रे,
दादा बेगो बेगो आजा रें।4।

जैन जी के भजन हमें भक्ति के आनंद में डुबो देते हैं और हमारे मन को प्रभु के प्रति समर्पित करने की प्रेरणा देते हैं। दादा बेगो बेगो आजा रे भजन भी भक्त की पुकार और प्रभु की कृपा का सुंदर उदाहरण है। अगर यह भजन आपको श्रद्धा से भर दे, तो गुरुवर का हुआ उपकार बहुत अज्ञान तिमिर हरने के लिए, दे दो दर्शन प्रभु नेमीनाथ प्रभु भजन, स्थापना दिवस भैरव देव का नाकोडा भैरव भजन, अरिहंतो का ध्यान धरो निर्ग्रंथों का मान करो जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और भक्ति रस में लीन हो जाएं। जय भैरव देव! 🙏

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