माँ चंद्रघंटा मंत्र: शक्ति और साहस की दिव्य साधना

नवरात्रि के तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा मंत्र का जाप अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। यह मंत्र न केवल भक्त के मन-मस्तिष्क को शुद्ध करता है बल्कि जीवन के समस्त दुख-दर्द और नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने में सहायक होता है। Maa Chandraghanta Mantra के जाप से जीवन में सकारात्मकता, आत्मविश्वास और साहस का संचार होता है।

इस मंत्र का जाप करने से भक्तों के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और वे भयमुक्त जीवन व्यतीत करने लगते हैं। Maa Chandraghanta ka Mantra का नियमित जाप करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। विशेष रूप से नवरात्रि के तीसरे दिन इस मंत्र का जाप करने से माता की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह मंत्र के लिरिक्स इस प्रकार से है-

Maa Chandraghanta Mantra

मूल मंत्र

ॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥

ध्यान मंत्र

पिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता,
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता।

स्तुति मंत्र

या देवी सर्वभूतेषु माँ चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

ध्यान मंत्र

वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्,
सिंहारूढा चन्द्रघण्टा यशस्विनीम्।

मणिपुर स्थिताम् तृतीय दुर्गा त्रिनेत्राम्,
खङ्ग, गदा, त्रिशूल, चापशर, पद्म कमण्डलु माला वराभीतकराम्।

पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालङ्कार भूषिताम्,
मञ्जीर, हार, केयूर, किङ्किणि, रत्नकुण्डल मण्डिताम।

प्रफुल्ल वन्दना बिबाधारा कान्त कपोलाम् तुगम् कुचाम्,
कमनीयां लावण्यां क्षीणकटि नितम्बनीम्।

Maa Chandraghanta Mantraमूल मंत्रॐ देवी चन्द्रघण्टायै नमः॥ध्यान मंत्रपिण्डज प्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता,
प्रसादं तनुते मह्यम् चन्द्रघण्टेति विश्रुता।स्तुति मंत्रया देवी सर्वभूतेषु माँ चन्द्रघण्टा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ध्यान मंत्रवन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्,
सिंहारूढा चन्द्रघण्टा यशस्विनीम्।मणिपुर स्थिताम् तृतीय दुर्गा त्रिनेत्राम्,
खङ्ग, गदा, त्रिशूल, चापशर, पद्म कमण्डलु माला वराभीतकराम्।पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालङ्कार भूषिताम्,
मञ्जीर, हार, केयूर, किङ्किणि, रत्नकुण्डल मण्डिताम।प्रफुल्ल वन्दना बिबाधारा कान्त कपोलाम् तुगम् कुचाम्,
कमनीयां लावण्यां क्षीणकटि नितम्बनीम्।

मां चंद्रघंटा की उपासना से भक्तों को साहस, शांति और सभी भय से मुक्ति मिलती है। उनकी कृपा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक बल की वृद्धि होती है। नवरात्रि में मां चंद्रघंटा के मंत्रों का जाप विशेष फलदायी होता है। इस लिए आप माता का आशीर्वाद पाने के लिए मां चंद्रघंटा की पूजा विधि और उनके चमत्कारी मंत्रों के बारे में अधिक जानें।

चंद्रघंटा मंत्र जाप करने की विधि

माँ चंद्रघंटा मंत्र जाप अत्यंत प्रभावशाली होता है और इसे विशेष विधि-विधान के साथ करना चाहिए। यदि आप इस मंत्र का प्रभाव शीघ्रता से प्राप्त करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित विधि का पालन करें-

  1. प्रातः स्नान: जाप करने के लिए सबसे पहले आपको सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए। स्नान के पश्चात स्वच्छ और हल्के रंग के वस्त्र पहनें।
  2. पूजा स्थल: घर के किसी शांत और पवित्र स्थान पर माता चंद्रघंटा की मूर्ति, चित्र या फोटो स्थापित करें। यदि संभव हो तो इस स्थान को हर दिन साफ-सुथरा रखें और वहां केवल धार्मिक कार्य करें। पूजा स्थल पर एक चौकी बिछाएं और उस पर माता का चित्र या मूर्ति रखें।
  3. आसन ग्रहण: अब पूजा स्थल पर आसन ग्रहण करें। आसन कुशा, ऊन या रेशम का होना चाहिए। ध्यान रहे कि यह आसन केवल पूजा के लिए ही प्रयोग हो।
  4. दीप जलाएं: माता के समक्ष घी या तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद माता को धूप और अगरबत्ती अर्पित करें। माता को गुलाब, कमल या गुड़हल के फूल विशेष रूप से प्रिय होते हैं।
  5. संकल्प लें: मंत्र जाप प्रारंभ करने से पहले संकल्प लें। संकल्प में यह कहें कि – हे मां चंद्रघंटा, मैं आज आपके इस दिव्य मंत्र का जाप कर रहा/रही हूं। कृपया मुझे आशीर्वाद दें और मेरे जीवन के सभी कष्ट दूर करें।
  6. भोग अर्पण: माता चंद्रघंटा को दूध, मिश्री, माखन, हलवा, खीर या फलों का भोग अर्पित करें। माता को सफेद रंग के मिठाई या खीर का भोग अति प्रिय होता है। भोग अर्पण के बाद इसे प्रसाद के रूप में वितरित करें।
  7. मंत्र जाप: अब माता का ध्यान करते हुए Maa Chandraghanta Ke Mantra का जाप करें। इस मंत्र का उच्चारण कम से कम 108 बार करना चाहिए।
  8. आरती करें: मंत्र जाप समाप्त होने के बाद माता चंद्रघंटा की आरती करें। आरती करते समय माता के चरणों में अपना सिर झुकाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
  9. प्रसाद ग्रहण: अब माता के भोग का प्रसाद ग्रहण करें और सभी परिवारजन में बांटें। माता चंद्रघंटा को धन्यवाद दें और मन ही मन प्रार्थना करें कि वे आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें।

इस प्रकार, यदि आप श्रद्धा और भक्ति के साथ Maa Chandraghanta Mantra In Hindi का जाप करते हैं, तो माता की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है और जीवन के सभी संकट समाप्त हो जाते हैं।

FAQ

मंत्र का जाप कब करना चाहिए?

यह मंत्र विशेष रूप से नवरात्रि के दिनों में, खासकर तीसरे दिन सुबह के समय जाप करना शुभ माना जाता है, जिससे मां की कृपा शीघ्र प्राप्त हो सके।

मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?

मंत्र जाप करने से कौन से लाभ प्राप्त होते हैं?

मां चंद्रघंटा के मंत्र का जाप करने से कौन सी नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं?

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