लक्ष्मी स्तुति इन हिंदी , देवी लक्ष्मी की एक प्रमुख स्तुति है, जो विशेष रूप से समृद्धि, सुख, और खुशहाली प्राप्त करने के लिए की जाती है। इसका पाठ करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है, और यह आर्थिक तंगी को दूर करने में सहायक होता है। हमने आपके सुविधा के लिए यहां Lakshmi Stuti In Hindi को उपलब्ध कराया है, जिससे आप आसानी से इसका पाठ कर सकेंगे-
Lakshmi Stuti In Hindi
आदि लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु परब्रह्म स्वरूपिणि॥
यशो देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥1॥
सन्तान लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु पुत्र-पौत्र प्रदायिनि॥
पुत्रां देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥2॥
विद्या लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु ब्रह्म विद्या स्वरूपिणि॥
विद्यां देहि कलां देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥3॥
धन लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व दारिद्र्य नाशिनि॥
धनं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥4॥
धान्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वाभरण भूषिते॥
धान्यं देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥5॥
मेधा लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु कलि कल्मष नाशिनि॥
प्रज्ञां देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥6॥
गज लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वदेव स्वरूपिणि॥
अश्वांश गोकुलं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥7॥
धीर लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु पराशक्ति स्वरूपिणि॥
वीर्यं देहि बलं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥8॥
जय लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व कार्य जयप्रदे॥
जयं देहि शुभं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥9॥
भाग्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सौमाङ्गल्य विवर्धिनि॥
भाग्यं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥10॥
कीर्ति लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु विष्णुवक्ष स्थल स्थिते॥
कीर्तिं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥11॥
आरोग्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व रोग निवारणि॥
आयुर्देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥12॥
सिद्ध लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व सिद्धि प्रदायिनि॥
सिद्धिं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥13॥
सौन्दर्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वालङ्कार शोभिते॥
रूपं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥14॥
साम्राज्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु भुक्ति मुक्ति प्रदायिनि॥
मोक्षं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे॥15॥
मङ्गले मङ्गलाधारे माङ्गल्ये मङ्गल प्रदे॥
मङ्गलार्थं मङ्गलेशि माङ्गल्यं देहि मे सदा॥16॥
सर्व मङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके॥
शरण्ये त्रयम्बके देवि नारायणि नमोऽस्तुते॥17॥
शुभं भवतु कल्याणी आयुरारोग्य सम्पदाम्॥

लक्ष्मी स्तुति इन हिंदी का पाठ न केवल सरल और आसान होता है, बल्कि यह आपके जीवन में मानसिक शांति भी प्रदान करता है। इस स्तुति के जाप से लक्ष्मी माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जो जीवन के हर पहलु को बेहतर बनाता है। आप इसे नियमित रूप से करें और “Laxmi Stotra” lakshmi suktam path जैसे अन्य मंत्रों का जाप भी करें, इससे आपका घर और जीवन दोनों ही सुखमय बनेंगे।
Lakshmi Ji Ki Stuti का पाठ करने की विधि
अगर आप अपने जीवन में समृद्धि और खुशहाली लाना चाहते हैं, तो Lakshmi Stuti in Hindi का पाठ आपके लिए एक अत्यंत लाभकारी उपाय हो सकता है। इस सरल और प्रभावी विधि को अपनाकर आप लक्ष्मी माता का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
- स्थल की शुद्धता: सबसे पहले, एक पवित्र और साफ जगह का चयन करें। पूजा के स्थान को अच्छे से स्वच्छ करें और वहां एक दीपक जलाएं।
- शुद्धता: अपने शरीर को स्नान करके शुद्ध करें। कभी भी किसी भी पूजा में बैठने से पहले शुद्धता का ध्यान अवश्य रखें।
- संकल्प: लक्ष्मी माता का ध्यान करते हुए, संकल्प लें कि आप आर्थिक समृद्धि के लिए इस स्तुति का पाठ कर रहे हैं। यह संकल्प आपका मानसिक केंद्रित रखेगा।
- पाठ: अब Lakshmi Stuti Lyrics in Hindi का पाठ शांति और श्रद्धा के साथ करें। आप इसे 11, 21 या 108 बार जाप कर सकते हैं। हर एक श्लोक को ध्यानपूर्वक पाठ करें।
- आशीर्वाद: अंत में, लक्ष्मी माता को अर्पित किए गए फूलों और नैवेद्य को अपने घर के किसी पवित्र स्थान पर रखें। पूजा के बाद, आशीर्वाद लें और यह संकल्प करें कि आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होगा।
यदि आप इस पूजा विधि को अपने जीवन में नियमित रूप से शामिल करते हैं, तो निश्चित ही लक्ष्मी माता की कृपा से आपके जीवन में आशीर्वाद और समृद्धि का वास होगा।
FAQ
इसका पाठ कब करना चाहिए?
इस प्रार्थना का पाठ शुक्रवार को या दीपावली जैसे खास अवसरों पर करना अधिक शुभ माना जाता है।
किसे Lakshmi Stuti का पाठ करना चाहिए?
इसे उन भक्तों को पढ़ना चाहिए जो अपने जीवन में धन, सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति चाहते हैं।
इसके फायदे क्या हैं?
इस प्रार्थना का नियमित पाठ करने से धन, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही यह मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है
क्या यह बच्चों के लिए भी लाभकारी है?
हां, बच्चों को भी इस प्रार्थना का पाठ करवाने से उन्हें जीवन में सफलता और समृद्धि मिल सकती है।

मैं आचार्य सिद्ध लक्ष्मी, सनातन धर्म की साधिका और देवी भक्त हूँ। मेरा उद्देश्य भक्तों को धनवंतरी, माँ चंद्रघंटा और शीतला माता जैसी दिव्य शक्तियों की कृपा से परिचित कराना है।मैं अपने लेखों के माध्यम से मंत्र, स्तोत्र, आरती, पूजन विधि और धार्मिक रहस्यों को सरल भाषा में प्रस्तुत करती हूँ, ताकि हर श्रद्धालु अपने जीवन में देवी-देवताओं की कृपा को अनुभव कर सके। यदि आप भक्ति, आस्था और आत्मशुद्धि के पथ पर आगे बढ़ना चाहते हैं, तो मेरे लेख आपके लिए एक दिव्य प्रकाश बन सकते हैं। जय माँ View Profile