Yamuna Tat Pe Bansidhar Ne Ringtone सुनते ही हृदय में ब्रज की रसराज लीला जीवंत हो उठती है। इसमें वह माधुर्य है जो कान्हा की बांसुरी की तान के साथ यमुना किनारे बहती ठंडी हवाओं और गोपियों की हँसी को याद दिलाता है। यह धुन सुनने वाले के मन में सहज ही राधा-कृष्ण की रासमयी छवि अंकित कर देती है।
Yamuna Tat Pe Bansidhar Ne Ringtone
यमुना तट पे बंसीधर ने रिंगटोन की मिठास साधक को वृंदावन की गलियों और यमुना तट की उस रसमय दुनिया में ले जाती है, जहाँ हर क्षण कान्हा की बांसुरी गूंजती है। इस दिव्य अनुभव को अपने पास बनाए रखने के लिए इसे अभी स्मार्टफोन में रिंगटोन लगाएं, ताकि हर पुकार में आपको वृंदावन का माधुर्य सुनाई दे। साथ ही, यदा यदा हि धर्मस्य रिंगटोन, कृष्ण को लल्ला बोले रिंगटोन, वो नन्हा सा बालक है रिंगटोन आपके हृदय में और अधिक आनंद और भक्ति का संचार करेंगे।