भगवान श्री श्याम के चरणों में समर्पण ही सच्ची भक्ति का प्रतीक है। जब भक्त अपने सारे दुख, चिंताओं और मोह-माया को त्यागकर उनके चरणों में समर्पित हो जाता है, तब उसे परम शांति की अनुभूति होती है। तेरे चरणों से लिपट जाते हैं भजन भक्त की इसी भावना को प्रकट करता है जहाँ श्याम की कृपा के आगे संसार के सारे बंधन फीके पड़ जाते हैं।
Tere Charno Se Lipat Jate Hai
तेरे चरणों से लिपट जाते है,
चल तेरे इश्क में पड़ जाते है,
चल तेरे इश्क में पड़ जाते है।।
दा ना ना देरे दूम दूम दा ना ना ने,
दा ना ना देरे दूम दूम दा ना ना ने,
दा ना ना देरे दूम दूम दा ना ना ने।
तेरे नाम से ही मेरा नाम बना,
जानूंगा मैं यही जानेगा ये जहां,
राधे श्याम से हम,
तेरे नाम से हम,
तर जाते है,
चल तेरे इश्क में पड़ जाते है,
चल तेरे इश्क में पड़ जाते है।।
मैं जब भी गिरा गिरने ना दिया,
तेरे साथ ने ही कान्हा सबकुछ दिया,
तुम राधे बिना,
हम तेरे बिना
जैसे आधे है,
चल तेरे इश्क में पड़ जाते है,
चल तेरे इश्क में पड़ जाते है।
तेरे चरणों से लिपट जाते है,
चल तेरे इश्क में पड़ जाते है,
चल तेरे इश्क में पड़ जाते है।।
दा ना ना देरे दूम दूम दा ना ना ने,
दा ना ना देरे दूम दूम दा ना ना ने,
दा ना ना देरे दूम दूम दा ना ना ने।
खाटू वाले श्याम की भक्ति का रस अद्भुत है, जो भी उनके चरणों में समर्पित होता है, वह सभी कष्टों से मुक्त हो जाता है। यदि यह भजन आपके मन को सुकून दे रहा है, तो “श्याम पर कर भरोसा तू ये मुश्किल हल भी कर देगा”, “बाबा पे विश्वास होना चाहिए”, “हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा”, और “बस श्याम चाहिए भजन लिरिक्स” जैसे भजनों को भी अवश्य पढ़ें। जय श्री श्याम!