श्रृंगार तेरा देखा तो तुझ में खो गया हूँ —यह भजन श्याम बाबा के अनुपम सौंदर्य और उनकी मोहक छवि का वर्णन करता है। जब भक्त खाटू श्याम के दिव्य श्रृंगार को निहारता है, तो उसका मन संसार की सारी चिंताओं को भूलकर केवल श्याम बाबा में ही रम जाता है। यह भजन हमें श्याम के प्रेम में डूब जाने और उनकी भक्ति में लीन होने की अनुभूति कराता है।
Shringar Tera Dekha To Tujhme Kho Gaya Hu
श्रृंगार तेरा देखा तो,
तुझ में खो गया हूँ,
ओ हारे के सहारे,
मैं तेरा हो गया हूं।।
चंदा सी क्या छवि है,
नैनों में छा गई है,
मदमाती यह सुगंधी,
सांसों को भा गई है,
अलबेली रोशनी में,
अलबेला हो गया हूं,
ओ हारे के सहारे,
मैं तेरा हो गया हूं।।
तेरे धाम आ गया हूं,
संसार पा गया हूं,
रंग में ओ तेरे बाबा,
पूरा नहा गया हूं,
मुझको नहीं पता है,
जागा की सो गया हूं,
ओ हारे के सहारे,
मैं तेरा हो गया हूं।।
‘लहरी’ ये प्रार्थना है,
चरणों में याचना है,
गिरने लगू तो बाबा,
तुमको संभालना है,
मैं तेरा ही हूं बाबा,
तेरा ही हो गया हूं,
ओ हारे के सहारे,
मैं तेरा हो गया हूं।।
श्रृंगार तेरा देखा तो,
तुझ में खो गया हूँ,
ओ हारे के सहारे,
मैं तेरा हो गया हूं।।
श्याम बाबा का अलौकिक श्रृंगार और उनकी मनमोहक छवि भक्तों के हृदय में असीम प्रेम और भक्ति की लहरें जगा देती है। यह भजन हमें बाबा की कृपा और सुंदरता का आनंद लेने की प्रेरणा देता है। यदि यह भजन आपको पसंद आया, तो मंदिर में सजके ये बैठा साँवरा, सांवरिया म्हाने थारो दीदार चाहिए, और ओ म्हारा प्यारा सांवरिया जैसे भजनों को भी अवश्य पढ़ें और श्याम प्रेम में लीन हो जाएं। जय श्री श्याम! 🙏🎶