नई बींदणी आज बण्यो छै बाबो तेरो खाटू

नई बींदणी आज बण्यो छै बाबो तेरो खाटू यह भजन एक भक्ति और प्रेम से भरी रचना है, जिसमें भक्त खाटू श्याम के प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करते हैं। इस भजन में एक नई बींदणी (नई दुल्हन) के रूप में भक्त अपने आप को प्रस्तुत कर रही है, जो अब श्याम बाबा के दरबार में आई है। नए जीवन के साथ, भक्त श्याम की शरण में अपना आशीर्वाद प्राप्त करने की आशा और विश्वास रखते हैं।

Nayi Bindani Aaj Banyo Chhai Babo Tero Khatu

नई बींदणी आज बण्यो छै,
बाबो तेरो खाटू,
नाचू गाऊं ख़ुशी मनाऊं,
और मिठाई बांटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।

छटा देख मंदिर की बाबा,
मन में हुई तसल्ली,
शीश धरा फूलां के ऊपर,
सूरत एक इकल्ली,
दर्शन करके मौज हो गई,
दिन मस्ती में काटूं,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।

श्याम धणी की इस कलयुग में,
महिमा बड़ी निराली,
करे बहारां घर आँगन में,
रोज़ ही मने दिवाली,
आशीर्वाद मिला खुशियों का,
चौखट तेरी छाँटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।

एक झलक तेरे दर्शन की,
बदले जीवन सारा
अन्न धन से भरपूर करे तू,
करदे सब पौबारा,
बार बार दर्शन की आवे,
मुश्किल सु मैं डाँटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।

खाटू में रेहमत बरसे है,
शीश के दानी श्याम की,
गूँज रही कलयुग में महिमा,
खाटू पावन धाम की,
याद करे ये अर्ज़ बता,
मैं दर्शन सु क्यों नाटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।

नई बींदणी आज बण्यो छै,
बाबो तेरो खाटू,
नाचू गाऊं ख़ुशी मनाऊं,
और मिठाई बांटू,
बाबा श्याम की,
हो बाबा श्याम की।।

“नई बींदणी आज बण्यो छै बाबो तेरो खाटू” भजन भक्तों के लिए एक संदेश है कि जैसे एक नई दुल्हन अपने पति के घर में कदम रखती है, उसी तरह भक्त अपने जीवन में श्याम बाबा के प्रति समर्पण और विश्वास के साथ कदम रखते हैं। इस भजन के माध्यम से भक्तों को यह प्रेरणा मिलती है कि वे श्याम बाबा के दरबार में प्रेम और श्रद्धा से प्रवेश करें, क्योंकि श्याम के आशीर्वाद से जीवन में सुख और शांति मिलती है। यह भजन अन्य भजनों जैसे “तेरे चरणों से लिपट जाते हैं” और “श्याम धणी की कृपा से सब अच्छा ही अच्छा होएगा” से भक्ति के मार्ग को और भी अधिक सशक्त करता है। जय श्री श्याम!

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