जब भक्त का हृदय श्रीकृष्ण के प्रेम में डूब जाता है, तब वह उनकी शरण में जाने की प्रार्थना करने लगता है। मेरे दीन दयाल नंदलाल हरि वृंदावन मोहे बुला लेना भजन इसी गहरी भक्ति और प्रेम का प्रतीक है। वृंदावन वह पावन धाम है जहाँ श्रीकृष्ण ने अपनी रसमयी लीलाएँ रचीं और जहाँ हर भक्त अपने कान्हा के सानिध्य की अभिलाषा रखता है। इस भजन के माध्यम से हम नंदलाल से विनती करते हैं कि वे हमें भी अपने धाम बुलाएँ, अपने प्रेम और कृपा से हमें निहाल करें। आइए, इस भजन को पढ़ें और श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन हों।
Mere Deen Dayal Nand Lal Hari Vrindawan Mohe Bula Lena
मेरे दीन दयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना,
मेरी आंख से पर्दा दुई का हटा,
चरणों में अपने जगह देना,
मेरे दीनदयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना।।1।।
माया जाल की दुनिया में ऐसा फसा,
हरि नाम भी जपना भूल गया,
मेरी अंत में होगी क्या क्या दशा,
करुणा का हाथ बढ़ा देना,
मेरे दीनदयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना।।2।।
तोहे छोड़ के किसकी आस करूँ,
तेरी नगरी में नित्य निवास करूँ,
दिन रात यही अरदास करूँ,
तेरी बंसी की धुन सुना देना,
मेरे दीनदयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना।।3।।
ब्रज की बुहारी मैं करता रहूं,
तेरी सेवा पूजा मैं करता रहूं,
तेरे धो धो चरण मैं पीया ही करूं,
मेरी नाव को पार लगा,
मेरे दीनदयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना।।4।।
बिरहाबस नयन कुचाय रहे,
रो रो कर नीर बहाए रहे,
बिन आए रहे अकुलाय रहे,
दुःख का कारण मिटा देना,
मेरे दीनदयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना।।5।।
तेरे दरस के कारण मैं प्यासा,
सूरदास प्रभु की ये आशा,
मेरी आस की प्यास बुझा देना,
मेरा जीवन मरण छुड़ा देना,
मेरे दीनदयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना।।6।।
मेरे दीन दयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना,
मेरी आंख से पर्दा दुई का हटा,
चरणों में अपने जगह देना,
मेरे दीनदयाल नंदलाल हरि,
वृंदावन मोहे बुला लेना।।7।।
वृंदावन का हर कण श्रीकृष्ण की भक्ति से ओतप्रोत है, और वहां जाने की चाह हर भक्त के मन में रहती है। श्रीकृष्ण की इस दिव्य कृपा को सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम है, नन्द लाला प्रगट भये आज बिरज में लड्डूवा बटें, सावन में झुलाओ झूला हमारे बांके बिहारी को, तेरी सूरतिया जादूगारी रे सांवरा सांवरा जैसे अन्य भजनों में भी महसूस किया जा सकता है। आइए, इन भजनों को भी पढ़ें और श्रीकृष्ण की असीम भक्ति का अनुभव करें। जय श्री कृष्ण! 🙏💛