जब भक्त का मन श्रीराधा-कृष्ण के प्रेम में डूब जाता है, तो हर क्षण बस उन्हीं के गुणगान में लग जाता है। मेरा ये मन मतवाला राधे गोविंद के गुण गाये भजन, इस भक्ति भाव को दर्शाता है। जब कृष्ण नाम की मस्ती चढ़ती है, तो मन संसार के बंधनों से मुक्त होकर उनके चरणों में लीन हो जाता है। इस भजन के माध्यम से हम राधे-गोविंद की महिमा का गुणगान करेंगे और उनके प्रेम की अनुभूति करेंगे।
Mera Ye Man Matwala Radhe Govind Ke Gun Gaye
मेरा ये मन मतवाला,
राधे गोविंद के गुण गाये,
गोविंद के गुण गाए रे,
नित आनंद मनाए रे,
मेरा यें मन मतवाला,
राधे गोविंद के गुण गाये,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय।।
जिसने मधुबन गाय चराया,
जिसने ब्रज को धाम बनाया,
जिसने मुरली तान सुनाया,
जिसने मुरली तान सुनाया,
उसी का ध्यान लगाये,
मेरा यें मन मतवाला,
राधे गोविंद के गुण गाये,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय।।
जिनके मोर मुकुट सिर साजे,
पग पैजनिया नुपुर बाजे,
राधा जिनके संग बिराजे,
राधा जिनके संग बिराजे,
उन्ही पे रिझा जाये,
मेरा यें मन मतवाला,
राधे गोविंद के गुण गाये,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय।।
भक्त सुदामा के हरि प्यारे,
जो द्रोपति की लाज सवारे,
जिसने गिन गिन पापी तारे,
जिसने गिन गिन पापी तारे,
वही तो पार लगाएं,
मेरा यें मन मतवाला,
राधे गोविंद के गुण गाये,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय।।
जो बन कुंजन रास रचाए,
मोहनी लीला श्याम दिखाए,
गुण जिनके सारा जग गाए,
गुण जिनके सारा जग गाए,
दिल दीवान लजाए,
मेरा यें मन मतवाला,
राधे गोविंद के गुण गाये,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय।।
मेरा ये मन मतवाला,
राधे गोविंद के गुण गाये,
गोविंद के गुण गाए रे,
नित आनंद मनाए रे,
मेरा यें मन मतवाला,
राधे गोविंद के गुण गाये,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय,
ॐ नमो भगवते वासु देवाय।
श्रीराधा-कृष्ण के भजनों में जो आनंद और शांति मिलती है, वह कहीं और संभव नहीं। जब मन मतवाला होकर “ये प्रेम निभाएंगे दिल लगा ले सांवरे से”, “सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम है”, “करले भरोसा श्याम पे प्यारे तेरा साथ निभाएगा”, और “मैंने दे दी तुम्हारे हाथ जीवन की नैया” जैसे भजनों का पाठ करता है, तो वह स्वयं कृष्णमय हो जाता है। आइए, इन भजनों को पढ़ें और राधे-गोविंद की भक्ति में लीन हों। राधे राधे!