कभी जीवन में जब कोई भी रास्ता साफ़ न दिखे और हर दिशा में अंधकार ही अंधकार हो, तो हमें श्याम बाबा की कृपा की आवश्यकता होती है। “खीचड़ो बना के बाबा लायी या कर्मा बाई भजन इसी भाव को व्यक्त करता है, जब भक्त अपने कठिन कर्मों और जीवन के उतार-चढ़ाव से जूझते हुए श्याम बाबा के दरबार में शरण लेते हैं। आइए, इस भजन को पढ़ें और महसूस करें कि श्याम बाबा के आशीर्वाद से जीवन में कठिनाइयाँ दूर होती हैं।
Khichdo Bana Ka Baba Laayi Ya Karma Bai
खीचड़ो बना के बाबा लायी,
या कर्मा बाई।।
दोहा – कर्मा बेटी जाट री,
थी भोली नादान,
भक्ता री पत राखली,
म्हारा खाटू वाला श्याम।1।
खीचड़ो बना के बाबा लायी,
या कर्मा बाई,
ओ कानुड़ा क्यों देर लगाई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।2।।
बाबो गयो कमावण ने,
देर लगेगी उने आवण में,
तन्ने लगी न्यू बतावण मैं,
ड्यूटी म्हारी बाबा ने लगाई,
घणी ये धमकाई,
ना खायो तो वो करेगो पिटाई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।3।।
जीमणवार करया ही सरसी,
खीचड़े रो भोग लगाणो पड़सी,
वरना या कर्मा भी भूखी मरसी,
भरके कचोलो मैं तो ल्याई,
तू आजा रे कन्हाई,
ना तेरी मेरी हो जासी लड़ाई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।4।।
धावलिये रो पर्दो करयो,
सांवरिया ने झट गास यो भर्यो,
सांवरे के नैना सु नीर झर्यो,
बोल्यो फेर सांवरो कन्हाई,
ऐ भोली कर्मा बाई,
ना डोले ऐ तू भूखी और तिताई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।5।।
कर्मा को करम जगा गयो श्याम,
खीचड़े रो भोग लगा गयो श्याम,
‘नरसी’ मिल्या रे भगत भगवान,
भक्ता री बात निभाई,
ना देर लगाईं,
फिर दौड़यो दौड़यो आयो रे कन्हाई,
दोन्या ने करी रे जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।6।।
खीचड़ो बना के बाबा ल्याई,
या कर्मा बाई,
ओ कानुड़ा क्यों देर लगाई,
आजा आजा करले जीमणवार,
मेरे श्याम,
आजा आजा करले जीमणवार।।7।।
श्याम बाबा की कृपा से जीवन में हर मुश्किल आसान हो जाती है और हमारी परेशानियाँ खत्म हो जाती हैं। इस दिव्य कृपा को अब हार गया हूँ श्याम, हारे के सहारे श्याम, मुझे गले लगा लो ना, तेरे भजनों में है जादू महसूस तुझे ही करूं मैं, मांगो दातार से खाटू दरबार से जैसे अन्य भजनों में भी अनुभव किया जा सकता है। आइए, इन भजनों को भी पढ़ें और श्याम बाबा के आशीर्वाद का अनुभव करें। जय श्री श्याम! 🙏💛