खाटू दूर है मगर खाटू वाला नहीं

भक्ति की राह में दूरी का कोई अर्थ नहीं होता, क्योंकि सच्ची श्रद्धा से पुकारने पर भगवान स्वयं अपने भक्त के पास आ जाते हैं। खाटू दूर है मगर खाटू वाला नहीं भजन उसी अनंत कृपा को दर्शाता है, जिसमें बाबा श्याम भक्तों के हृदय में बसते हैं और सच्चे प्रेम से बुलाने पर हर संकट में सहारा बनते हैं। खाटू धाम भले ही मीलों दूर हो, लेकिन श्याम की कृपा से भक्त को यह दूरी कभी महसूस नहीं होती। आइए, इस भजन को पढ़ें और श्री श्याम के प्रेम और आशीर्वाद का अनुभव करें।

Khatu Dur Hai Magar Khatu Wala Nahi

मेरा श्याम के सिवा,
रखवाला नहीं,
खाटू दूर है मगर,
खाटू वाला नहीं,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।।1।।

मेरी आस में तू,
है विश्वास में तू,
महसूस होता,
मेरे पास है तू,
ऐसा कौन सा है संकट,
मेरा टाला नहीं,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।।2।

मेरी जिन्दगी है,
ये तेरे हवाले,
जैसा भी चाहे,
मुझे तू चला ले,
कोई बोझ मेरे मन में,
मैंने पाला नही,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।।3।

क्या हुआ जो दर तेरे,
आ नही पाऊं,
‘सचिन’ साथ हो तुम,
तुम्हें क्यों बुलाऊँ,
मैंने दिल से भरोसा,
ये निकाला नहीं,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।।4।

मेरा श्याम के सिवा,
रखवाला नहीं,
खाटू दूर है मगर,
खाटू वाला नहीं,
खाटू दुर हैं मगर,
खाटू वाला नहीं।।5।

श्याम बाबा केवल खाटू धाम में नहीं, बल्कि हर उस भक्त के हृदय में निवास करते हैं, जो सच्ची श्रद्धा से उनका स्मरण करता है। उनकी कृपा हर भक्त तक पहुँचती है, चाहे वह कहीं भी क्यों न हो। इसी भाव को बाबा पे विश्वास होना चाहिए, विश्वास है तो सहारा मिलेगा, सांवरे हारे का सहारा तेरा नाम है, जिसका मेरे श्याम से लगाव हो गया जैसे भजनों में भी अनुभव किया जा सकता है। आइए, इन भजनों को भी पढ़ें और बाबा श्याम की कृपा को अपने हृदय में बसाएं। जय श्री श्याम! 🙏💛

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