खड़ा रहने दे चौखट पे तनिक मनुहार करनी है

भक्ति का असली भाव तब प्रकट होता है जब भक्त अपने आराध्य के द्वार पर खड़ा होकर बस एक झलक पाने की आस लगाए रहता है। खड़ा रहने दे चौखट पे तनिक मनुहार करनी है भजन में इसी समर्पण और प्रेम की भावना झलकती है। जब मन व्याकुल हो, जब हृदय में केवल प्रभु का नाम गूंजे, तब यह निवेदन स्वतः ही हो जाता है कि हमें बस उनके द्वार पर खड़े रहने दिया जाए, ताकि मन की सारी व्यथा उन्हें अर्पित कर सकें।

Khada Rahne De Chaukhat Pe Tanik Manuhar Karni Hai

खड़ा रहने दे चौखट पे,
तनिक मनुहार करनी है,
मैं लेके आस आया हूँ,
बातें दो चार करनी है,
खडा रहने दे चौखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।।

यही है देव कलयुग का,
यही हारे का साथी है,
सुनी चर्चा बहुत इसकी,
ये दुनिया सर झुकाती है,
मुझे दिल में छवि प्रभु की,
तनिक साकार करनी है,
खडा रहने दे चौंखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।।

नहीं कुछ मांगना मुझको,
मैं अर्जी ये लगाऊंगा,
प्रभु मर्जी के आगे मैं,
ये अपना सर झुकाऊंगा,
मिलेगी जो कृपा प्रभु की,
मुझे स्वीकार करनी है,
खडा रहने दे चौंखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।।

बुलाया श्याम ने मुझको,
तभी तो दर पे आया हूँ,
भरा अभिमान से अपना,
झुकाने सर में लाया हूँ,
प्रार्थना श्याम से मुझको,
यही एक बार करनी है,
खडा रहने दे चौंखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।।

रहे इनकी कृपा मुझ पे,
सदा गुणगान मैं गाऊं,
मैं महिमा श्याम की हर पल,
जमाने को है बतलाऊं,
मिले सेवा जो ‘रोमी’ को,
उसे हर बार करनी है,
खडा रहने दे चौंखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।।

खड़ा रहने दे चौखट पे,
तनिक मनुहार करनी है,
मैं लेके आस आया हूँ,
बातें दो चार करनी है,
खडा रहने दे चौखट पे,
तनिक मनुहार करनी है।।

श्याम बाबा के चरणों में जब कोई मनुहार करता है, तो वह खाली हाथ नहीं लौटता। उनकी कृपा अपार है, और उनका दरबार हर भक्त के लिए खुला है। यदि यह भजन आपको भाव-विभोर कर रहा है, तो “सुनियो लखदातारी जी कद आवे मेरी बारी जी”, “बाबा पे विश्वास होना चाहिए”, “दरवाजे पे बाबा जय श्री श्याम लिख दिया” और “जब दर पे श्याम बुलाने लगे” जैसे अन्य भजनों को भी अवश्य पढ़ें। जय श्री श्याम!

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