जोगन आज तिहारी घनश्याम हो गई

जोगन आज तिहारी घनश्याम हो गई —यह भजन भक्त और भगवान के बीच के गहरे प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। जब कोई भक्त पूर्ण रूप से श्याम बाबा की भक्ति में लीन हो जाता है, तो वह स्वयं को बाबा को समर्पित कर देता है। यह भजन उस दिव्य भावना को प्रकट करता है, जब भक्ति प्रेम में बदल जाती है और भक्त अपने आराध्य के रंग में रंग जाता है। आइए, इस भजन के माध्यम से हम भी श्याम प्रेम में डूब जाएं।

Jogan Aaj Tihari Ghanshyam Ho Gayi

दोहा –
जोगनियां का भेष बनाके,
तुम्हे पुकारूं मोहन,
रखलो लाज मेरी कान्हा,
बन गई तेरी जोगन।

जोगन आज तिहारी,
घनश्याम हो गई,
अब तो सांसे हमारी,
तेरे नाम हो गई।1।

सुन मेरे कान्हा तुम्हीं को है पाना,
कहे चाहे कुछ भी जमाना,
जिस दिन हमको तुम्हारा दर्शन होगा,
उस दिन मेरा सफल जीवन होगा,
मेरी और तुम्हारी राम राम हो गई,
अब तो सांसे हमारी,
तेरे नाम हो गई।2।

ध्यान लगाऊं चरण चित लाऊं,
चरण चित लाऊं तिहारे,
तेरा सुमिरन भजन मेरा धन होगा,
पल पल ह्रदय में तेरा पूजन होगा,
मेरी रंग रंगीली सुबह शाम हो गई,
अब तो सांसे हमारी,
तेरे नाम हो गई।3।

तुमसे है यारी हुई है हमारी,
कहूं सच कृष्ण मुरारी,
अब तो तू ही हमारा सजन होगा,
तेरा वंदन तेरा ही पूजन होगा,
तू मेरा मै तेरी बाते आम हो गई,
अब तो सांसे हमारी,
तेरे नाम हो गई।4।

छोड़ न देना खबर मेरी लेना,
सुनो मेरी कृष्ण मुरारे,
मेरा हृदय अब तेरा वृंदावन होगा,
मन का आंगन तुम्हारा मधुबन होगा,
रग रग आज हमारी ब्रज का धाम हो गई,
अब तो सांसे हमारी,
तेरे नाम हो गई।5।

जोगन आज तुम्हारी मैं,
घनश्याम हो गई,
अब तो सांसे हमारी,
तेरे नाम हो गई।5।

जब भक्त अपना सर्वस्व बाबा श्याम को अर्पण कर देता है, तो वह संसार से विरक्त होकर सिर्फ उनकी भक्ति में लीन हो जाता है। यह भजन हमें श्याम के प्रेम और भक्ति की गहराई को महसूस करने की प्रेरणा देता है। यदि यह भजन आपको पसंद आया, तो “सांवरिया म्हाने थारो दीदार चाहिए, आया हूँ दर तुम्हारे जाने ना दे ओ प्यारे, और “मालिक हो तुम मेरे भूलूं ना आभार तेरा” जैसे भजनों को भी अवश्य पढ़ें और श्याम प्रेम में रम जाएं। जय श्री श्याम! 🙏🎶

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