चलूंगी तेरे संग रसिया हो रंग रसिया

श्याम बाबा की भक्ति में डूबकर जब मन रंगों से सराबोर हो जाता है, तो भक्त का हर कदम उन्हीं की ओर बढ़ने लगता है। चलूंगी तेरे संग रसिया, हो रंग रसिया भजन भक्त और श्याम बाबा के बीच के उस मधुर प्रेम और समर्पण को दर्शाता है, जहाँ आत्मा केवल अपने आराध्य के संग चलना चाहती है। यह भजन हमें उस आनंदमय क्षण का अहसास कराता है जब भक्त अपने मन, प्राण और तन से श्याम के रंग में रंग जाता है और जीवन का हर पल उनके नाम समर्पित कर देता है। आइए, इस भजन को पढ़ें और इस दिव्य प्रेम का अनुभव करें।

Chalungi Tere Sang Rasiya Ho Rang Rasiya

चलूंगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया,
चलूँगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया।।1।।

रंग रसिया तेरी सांवरी सूरत,
रंग रसिया तेरी सांवरी सूरत,
रंग रसिया तेरी सांवरी सूरत,
रहूंगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया,
चलूँगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया।।2।

रंग रसिया तेरे नैन रसीले,
रंग रसिया तेरे नैन रसीले,
रंग रसिया तेरे नैन रसीले,
देखूंगी दिन रेन रसिया,
हो रंग रसिया,
चलूँगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया।।3।

रंग रसिया तेरी बाजे मुरलिया,
रंग रसिया तेरी बाजे मुरलिया,
रंग रसिया तेरी बाजे मुरलिया,
नाचूंगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया,
चलूँगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया।।4।

रंग रसिया मैं पागल तेरी,
रंग रसिया मैं पागल तेरी,
रंग रसिया मैं पागल तेरी
बसूंगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया,
चलूँगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया।।5।

चलूंगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया,
चलूँगी तेरे संग रसिया,
हो रंग रसिया।।6।

श्याम बाबा के रंग में जो रंग जाता है, उसके लिए दुनिया के सारे रंग फीके पड़ जाते हैं। यह भक्ति का रंग ही सच्चा रंग है, जो जीवन को नई रोशनी और उमंग से भर देता है। इसी भक्ति और आनंद को सांवरे का रंग जिसपे चढ़ जाता है, श्याम का रंग चढ़ गया, आई जो रुत फाग की आई सजल अखियां मुसकाई, खाटू वाले श्याम धणी का फाग महोत्सव आ गया जैसे भजनों में भी महसूस किया जा सकता है। आइए, इन भजनों को भी पढ़ें और श्याम बाबा की भक्ति के रंग में और अधिक रंग जाएं। जय श्री श्याम! 🎨🙏💛

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