आज मेरे सांवरे को पूरा रंग दो

आज मेरे सांवरे को पूरा रंग दो भजन श्री कृष्ण की प्रेममयी भक्ति को व्यक्त करने वाला एक भावनात्मक और रंगीन भजन है। इसमें भक्त अपने दिल से भगवान से अनुरोध करता है कि वे उसे अपने प्रेम में पूरी तरह रंग दे, ताकि उसकी ज़िन्दगी में भगवान का प्रेम और आशीर्वाद हर दिशा में फैले। यह भजन न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि प्रेम, विश्वास और समर्पण का अद्भुत संदेश भी देता है।

Aaj Mere Sanware Ko Pura Rang Do

हरा रंग दो,
या पीला रंग दो,
आज मेरे सांवरे को,
पूरा रंग दो,
लाल रंग दो,
या नीला रंग दो,
आज मेरे साँवरे को,
पूरा रंग दो।।

साल भर के बाद में,
फागन है ये आया,
भगतों में देखो कितना,
आनंद है छाया,
नाचेगा मेरा सांवरा,
अब बजने चंग दो,
आज मेरे साँवरे को,
पूरा रंग दो।।

सांवरे के मुख पे तुम,
गुलाल मल देना,
इसी बहाने दिल का,
अपने हाल कह देना,
दिल से दिल की बातें,
अब होने चंद दो,
आज मेरे साँवरे को,
पूरा रंग दो।।

काश कुछ ऐसा करिश्मा,
आज हो जाए,
सांवरा तुझे रंग लगाने,
खुद ही आ जाये,
‘नवीन’ सांवरे संग,
होने हुड़दंग दो,
आज मेरे साँवरे को,
पूरा रंग दो।।

हरा रंग दो,
या पीला रंग दो,
आज मेरे सांवरे को,
पूरा रंग दो,
लाल रंग दो,
या नीला रंग दो,
आज मेरे साँवरे को,
पूरा रंग दो।।

इस भजन में हम महसूस करते हैं कि जैसे “तेरे भजनों में है जादू” और “तेरा नाम लेकर जो जिए जा रहा है” जैसे भजन भगवान के रंग और आशीर्वाद की शक्ति को दर्शाते हैं। जब भक्त अपने प्रभु को अपने जीवन का रंगमंच बना लेता है, तो जीवन की हर कठिनाई आसान हो जाती है। श्री कृष्ण के प्रति इस प्रेम और आस्था को बनाए रखिए, और जैसे “तेरी कृपा बिना कुछ नहीं” भजन में भी कहा गया है, उसी तरह कृष्ण की कृपा से हर मुश्किल का समाधान होता है।

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