खाटू श्याम स्तुति भक्तों के लिए एक ऐसा दिव्य माध्यम है, जिसके जरिए वे बाबा श्याम की महिमा का गुणगान कर सकते हैं और उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं। उनकी स्तुति करने से भक्तों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। Khatu Shyam Stuti भक्ति का एक महत्वपूर्ण रूप है, जिसमें भक्त प्रेम और श्रद्धा के साथ उनके नाम का स्मरण करते हैं।
जब भक्त सच्चे मन से बाबा श्याम की स्तुति करते हैं, तो वे उनकी कृपा और आशीर्वाद से अपने जीवन की कठिनाइयों को दूर कर सकते हैं। हमने आपके लिए यहां khatu shyam stuti lyrics को उपलब्ध कराया है, जो इस प्रकार है-
Khatu Shyam Stuti
हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाय।
दास आ गयो शरण में रखियो इसकी लाज॥
धन्य ढूंढारो देश हे खाटू नगर सुजान।
अनुपम छवि श्री श्याम की दर्शन से कल्याण॥
श्याम श्याम तो में रटूं श्याम हैं जीवन प्राण।
श्याम भक्त जग में बड़े उनको करू प्रणाम॥
खाटू नगर के बीच में बण्यो आपको धाम।
फाल्गुन शुक्ल मेला भरे जय जय बाबा श्याम॥
फाल्गुन शुक्ला द्वादशी उत्सव भरी होय।
बाबा के दरबार से खाली जाये न कोय॥
उमा पति लक्ष्मी पति सीता पति श्री राम।
लज्जा सब की रखियो खाटू के बाबा श्याम॥
पान सुपारी इलायची इत्तर सुगंध भरपूर।
सब भक्तो की विनती दर्शन देवो हजूर॥
आलू सिंह तो प्रेम से धरे श्याम को ध्यान।
श्याम भक्त पावे सदा श्याम कृपा से मान॥
सेवा पूजा बन्दगी सभी आपके हाथ।
मैं तो कछु जानू नहीं आप जानो मेरे नाथ॥
प्रभु समान दाता नहीं विपत्ति विधारण हार।
लज्जा सबकी राखियों जग के पालनहार॥
जय श्री श्याम बोलो जय श्री श्याम।
खाटू वाले बाबा जय श्री श्याम॥
लीलो घोड़ो लाल लगाम।
जिस पर बैठ्यो बाबो श्याम॥
ॐ श्री श्याम देवाय नमः।
बाबा श्याम की स्तुति करना सिर्फ एक प्रार्थना नहीं, बल्कि आत्मा की गहराइयों से उन्हें समर्पित होने का सबसे सरल और प्रभावी तरीका है। यदि आप बाबा श्याम की कृपा पाना चाहते हैं, तो Khatu Shyam Stuti को अपने जीवन का हिस्सा बनाइए।
इसके साथ ही, यदि आप बाबा श्याम की और अधिक भक्ति से जुड़ना चाहते हैं, तो Khatu Shyam Ji Bhajan, Khatu Shyam Mantra, और Khatu Shyam Ji Status को भी सुनें और अपने प्रियजनों के साथ साझा करें।
खाटू श्याम स्तुति पाठ करने की विधि
यदि आप भी Khatu Shyam Ji Ki Stuti का पाठ करना चाहते हैं, तो इसे विधिपूर्वक करना आवश्यक है। नीचे इसकी संपूर्ण विधि दी गई है—
- स्नान : स्तुति पाठ करने से पहले, प्रातःकाल स्नान करें और स्वच्छ एवं साफ वस्त्र धारण करें। शारीरिक और मानसिक पवित्रता बहुत आवश्यक है, क्योंकि यह हमारे मन को शांत और एकाग्र बनाती है।
- पूजा स्थल: जहाँ आप पाठ करने जा रहे हैं, वह स्थान साफ-सुथरा और शांत होना चाहिए। यदि संभव हो, तो घर के मंदिर में या किसी पवित्र स्थान पर बैठकर पाठ करें।
- आसन: कुश या ऊन का आसन बिछाकर उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- मूर्ति या फोटो: बाबा श्याम जी की फोटो या मूर्ति अपने सामने रखें और उन्हें हल्के फूलों की माला अर्पित करें। साथ ही, पूजा के लिए धूप, दीप, अक्षत (चावल), और नैवेद्य (प्रसाद) रखें।
- मंत्र जाप: स्तुति पाठ शुरू करने से पहले ॐ श्री श्याम देवाय नमः मंत्र का कम से कम 11 बार जाप करें।
- स्तुति पाठ: अब शांत चित्त होकर Shri Khatu Shyam Stuti का पाठ करें। इस दौरान पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ बाबा श्याम का स्मरण करें।
- प्रसाद अर्पित: भगवान को नैवेद्य अर्पित करें और फिर परिवार के सदस्यों के साथ प्रसाद ग्रहण करें। इससे घर में सकारात्मकता और सुख-समृद्धि बनी रहती है।
- नियमितता: यदि आप प्रतिदिन या विशेष रूप से बुधवार और रविवार को श्याम स्तुति का पाठ करते हैं, तो बाबा श्याम जी की कृपा सदैव बनी रहती है।
जो कोई भी श्रद्धा से खाटू श्याम जी की स्तुति का पाठ करता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है।
FAQ
श्याम स्तुति का पाठ कब करना चाहिए?
स्तुति का पाठ किसी भी दिन किया जा सकता है, लेकिन बुधवार और रविवार को इसे विशेष रूप से पढ़ना शुभ माना जाता है।
क्या स्तुति पाठ केवल खाटू धाम में ही किया जा सकता है?
नहीं, आप इसे घर, मंदिर, या किसी भी शांत स्थान पर कर सकते हैं।
क्या स्तुति पाठ के बाद प्रसाद चढ़ाना जरूरी है?
यह आवश्यक नहीं है, लेकिन यदि संभव हो तो भगवान को मिश्री, फल, या कोई भी सात्विक प्रसाद अर्पित करना शुभ माना जाता है।
स्तुति पाठ कितनी बार करना चाहिए?
श्रद्धा के अनुसार इसे प्रतिदिन एक बार या विशेष अवसरों पर 3, 5 या 7 बार किया जा सकता है।