ये खाटू धाम हैं

भक्तों, खाटू धाम केवल एक तीर्थ स्थल नहीं, बल्कि भक्तों की आस्था और भक्ति का केंद्र है। यहाँ आने वाला हर भक्त अपने सारे दुःख-दर्द भूलकर केवल श्याम प्रेम में मग्न हो जाता है। आज हम जिस भजन ये खाटू धाम है की चर्चा कर रहे हैं, वह बाबा श्याम के इस पावन धाम की महिमा का गुणगान करता है। आइए, इस भजन को आत्मसात करें और श्याम बाबा की भक्ति में डूब जाएं।

Ye Khatu Dham Hai

आ गया फागुन मेला, भक्तो का आगाज है
ये पावन मरूधरा की धरती, ये खाटू धाम है

पल पल तेरी याद सतावें,
ओ मेरे धनश्याम रे
भक्तो का अब मन नहीं लगता,
बिन तेरे श्याम है
प्यारा खाटू धाम है
कलियुग का है ये अवतारी ,
कहते खाटू श्याम है
ये पावन मरूधरा की धरती, ये खाटू धाम है
ये खाटू धाम है

फागुन के मेले में देखो,भक्तो की कतार है
श्याम धनी के दर्शन खातिर ,भक्तो में इंतजार है
प्यारा खाटू धाम है
हारे के तुम हो सहारे,प्यारे खाटू श्याम रे
ये पावन मरूधरा की धरती,ये खाटू धाम है
ये खाटू धाम है

बिन मांझी के नाव चले ना,
अब पकड़ पतवार रे
भक्तो की अब विनती सुन लो,
ओ मेरे दातार रे
हरष हरष “जाजू” गुण गावे,
दरस तेरी सब पावे
पावन मरूधरा की धरती,ये खाटू धाम है
ये खाटू धाम है

खाटू धाम वह पवित्र स्थान है, जहाँ बाबा श्याम की कृपा हर भक्त को अपनाती है और उसे भक्ति के रंग में रंग देती है। यह भजन हमें उनकी महिमा को गहराई से महसूस कराता है। ऐसे ही अन्य भजनों जैसे “सतरंगी मेला है आयो , खाटू में रंगों की बौछार , खाटू में घूँघरू बाजे“, और “श्याम नाम रस पिया रे” को भी अवश्य करें और श्याम प्रेम में रंग जाएं।

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