सुन लो श्याम पुकार हमारी भजन भक्त की सच्ची पुकार और श्याम बाबा की असीम कृपा का सुंदर वर्णन करता है। जब कोई भक्त सच्चे मन से बाबा को पुकारता है, तो वे कभी भी उसे निराश नहीं करते। जीवन के दुख-दर्द, कष्ट और परेशानियों में जब हमें कोई रास्ता नहीं सूझता, तब श्याम बाबा ही हमारे सहारे बनते हैं। यह भजन हमें बाबा के प्रति अपनी आस्था और समर्पण को और अधिक मजबूत करने की प्रेरणा देता है।
Sun Lo Shyam Pukar Humari
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम जाये।
आँख में आँसू, पांव में छाले, लेकर आये द्वार तुम्हारे-2
तुम न सुनोगे तो, कौन सुनेगा, तुम ही तो हो, हारे के सहारे-
तुम ही तो हो, हारे के सहारे
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम ज
हमने सुना है, तू सांवरिया, खाटू में तकदीर सँवारे -2
तेरे हवाले, जीवन नैया, तू ही इसे, अब दे दे किनारे ।
तू ही इसे अब दे दे किनारे
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम जाये ।
श्याम हमारी झोली भर दो, कैसे जाऊंगा मैं खाली ।
जीवन की बगिया, महका दो, बन जाओ तुम मेरे माली ।
बन जाओ तुम मेरे माली।।
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम जाये।
तन मन तेरे प्यार में झूमे, जीवन मेरा सुहाना कर दो,-2
बार-बार तेरे दर पर आये, विष्णु को दीवाना कर दो,
भक्तों को दीवाना कर दो।
सुन लो श्याम, पुकार हमारी, जग के है ठुकराये,
तुम ही आखिरी, आस हमारी, लौट कहा हम जाये।
श्याम बाबा अपने भक्तों की पुकार कभी अनसुनी नहीं करते। “सुन लो श्याम पुकार हमारी” भजन उनकी असीम करुणा और कृपा को दर्शाता है। श्याम प्रेम और उनकी महिमा का अनुभव करने के लिए सांवलिया सरकार तुम्हारी लीला न्यारी है, जब से हम श्याम तेरे सहारे हुए, दरबार अधूरा बाबा का हनुमान के बिना, फागन अधूरा सूरजगढ़ निशान के बिना, और खाटू धाम बुला मुझको भजन भी पढ़ें और श्याम जी की भक्ति में मग्न हो जाएं।