श्याम से कर ले बाते चार भजन हमें खाटू श्याम जी के साथ आत्मीय संवाद करने की प्रेरणा देता है। जब मन में दुख, सुख, उलझन या कोई सवाल हो, तो उसे श्याम बाबा के चरणों में समर्पित कर देना ही सच्ची भक्ति है। यह भजन हमें बताता है कि श्याम जी साक्षात करुणा के सागर हैं, जो अपने भक्तों की हर पुकार सुनते हैं। आइए, इस भजन को पढ़कर या गाकर, अपने प्रिय श्याम से अपने मन की बात कहें।
Shyam Se Kar Le Baate Char
रे बन्दे क्यों घबराता यार, श्याम से कर ले बाते चार,
श्याम से कर ले, बाते चार-2
रे बन्दे क्यों घबराता यार, श्याम से कर ले बाते चार,
अपने श्याम से विनती करने, बड़ी दूर से आया है ।
आँख में आँसू, पाँव में छाले, मन में मुरादे लाया है ।
हाँथ को जोड़ के बारम्बार, श्याम से कर ले बाते चार ।।
रे बन्दे क्यों घबराता यार, श्याम से कर ले बाते चार,
श्याम घणी मेरा खाटू वाला, सबके दुखड़े दूर करे ।
पूरी करें ये मन की मुरादे, भण्डारे भरपूर भरे ।।
मन की जाने श्याम दातार, श्याम से कर ले बाते चार I
रे बन्दे क्यों घबराता यार, श्याम से कर ले बाते चार,
कोई खिलावे लड्डू-पेड़ा, मेवा कोई खिलाता है ।
भाव का भूखा, सेठ सांवरा, खीचड़ भी खा जाता है ।।
सबके भाव करे स्वीकार, श्याम से कर ले बाते चार ।
रे बन्दे क्यों घबराता यार, श्याम से कर ले बाते चार,
श्याम भरोसे जीवन कर ले, जीवन सुखी बना देगा ।
श्याम धनी दातार ये विष्णु भव से पार लगा देगा ।।।
इनके हाँथ सौप पतवार, श्याम से कर ले बाते चार ।
रे बन्दे क्यों घबराता यार, श्याम से कर ले बाते चार,
श्याम बाबा के प्रेम में डूबकर जब भक्त अपने मन की बातें उनसे साझा करते हैं, तो हर चिंता मिट जाती है और मन शांति से भर जाता है। “श्याम से कर ले बातें चार” भजन हमें इस अनमोल सत्य का अनुभव कराता है। खाटू श्याम जी की महिमा का आनंद उठाने के लिए श्याम तेरी बंसी, मेरे श्याम का दरबार, श्याम नाम की महिमा, और खाटू वाले श्याम भजन भी पढ़ें और श्याम प्रेम में लीन हों।