सांवलिया सेठ के श्री चरणों में अर्जी लगाने आया हूं

सांवलिया सेठ के श्री चरणों में अर्जी लगाने आया हूं भजन श्याम बाबा के प्रति भक्त के पूर्ण समर्पण और श्रद्धा को दर्शाता है। जब भक्त अपने जीवन की सभी चिंताओं, दुखों और इच्छाओं को लेकर बाबा के चरणों में आता है, तो वह निश्चिंत हो जाता है, क्योंकि श्याम जी अपने भक्तों की हर अर्जी सुनते हैं। आइए, इस भजन को पढ़कर अपने मन की अर्जी बाबा के चरणों में अर्पित करें।

Sanwariya Seth Ke Shri Charanon Main Arji Lagane Aaya Hun

सांवलिया सेठ के, श्री चरणों में
अर्जी लगाने आया हूं..
झुकती है सारी, दुनिया जहां पर
मैं भी.. सर झुकाने, आया हूं.. हो..

1.. सबको पता है, खाटू सा, दरबार नही दूजा
इसीलिये, कलयुग में घर-घर, होती है पूजा
इस दुनिया में, बाबा सा, दात्तार नही दूजा
मनके भावों को, दिल के घावों को
मर्हम लगवाने आया हूं.. हो..
झुकती..

2.. इनका वचन है, इनका भगत, परेशान नही होगा
इज्जत शोहरत सब होगी, अभिमान नही होगा
इनकी कृपा से, बढ़ कर कोई, वरदान नही होगा
किस्मत की रेखा, कर्मों का लेखा
मैं भी.. बदलवाने आया हूं.. हो..
झुकती…

3.. खाटू की ग्यारस जैसा, त्योंहार नही देखा
भग्तों का, यहां आना कभी, बेकार नही देखा
अम्बरीष कहै, इस दर पे कभी, इनकार नही देखा
किरपा ये तेरी, किस्मत में मेरी
मैं भी.. लिखवाने आया हूँ.. हो..
झुकती..

श्याम बाबा अपने भक्तों की हर अर्जी सुनते हैं और उन पर अपनी कृपा बरसाते हैं। “सांवलिया सेठ के श्री चरणों में अर्जी लगाने आया हूं” भजन भी इसी श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। श्याम प्रेम और उनकी कृपा का अनुभव करने के लिए गले से लगा लो ना साँवरिया, मेरे श्याम धनी तुझे लाखों प्रणाम, तेरे द्वार से बाबा, दरबार से कभी भी कोई भी खाली ना गया, और पान को प्रसाद बाबा करो स्वीकार जी, भोग लगाओ भजन भी पढ़ें और श्याम जी की भक्ति में मग्न हो जाएं।

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