म्हे म्हारा श्याम का लाडला जी

भक्तों, श्याम बाबा के दरबार में आने वाला हर भक्त उनके लिए विशेष होता है, क्योंकि बाबा अपने प्रेमियों को संतान के समान स्नेह देते हैं। जब भक्त खुद को श्याम बाबा का लाडला मानता है, तो यह केवल एक भावना नहीं, बल्कि बाबा के असीम प्रेम और कृपा का प्रमाण होता है। आज हम जिस भजन म्हे म्हारा श्याम का लाडला जी की चर्चा कर रहे हैं, वह श्याम भक्त की उसी आत्मीयता और प्रेम को व्यक्त करता है।

Mhe Mhara Shyam Ka Ladla Ji

म्हें म्हारा श्याम का लाड़ला जी गावां बाबा को गुणगान,
दरस दिखावण ने ओ साँवरा आइज्यो

मुच्या री मारोद लागे सोवनी जी
थारा घुंगर वाला बाल
नैना सु करबा म्हासु बात
सांवरा ऐज्यो
दर्श दिखावन ने सांवरा ऐज्यो

खाटू रा गलियारा म्हरे मन बस्या जी
बसगो प्यारो तोरण द्वार
बसगा द मोटा लखदातार
म्हाने भी बुलैज्यो
दर्श दिखावन ने सांवरा ऐज्यो

याद घणी थडपवे चे जी
चालके आन्सुदा री धर
हिवड़ो भी मारे चे हिलार
सांवरा ऐज्यो
दर्श दिखावन ने सांवरा ऐज्यो

थंसु है रिष्टो मयद बाप रो जी
म्हारा द हाय पालनहार

म्हरे जीने रा अधर
सांवरा ऐज्यो

यश जश प्रेम थारी गावे है जी
सुनल्यो सांवरिया सरकार
लागी थसु प्रीत आपार
सांवरा निभाईज्यो
दर्श दिखावन ने सांवरा ऐज्यो

श्याम बाबा अपने हर भक्त को अपने लाडले की तरह स्नेह और आशीर्वाद देते हैं। यह भजन हमें उनकी असीम करुणा और भक्तों के प्रति उनके प्रेम का एहसास कराता है। ऐसे ही अन्य भजनों जैसे “तेरे भरोसे खाटू वाले रहता है मेरा परिवार”, “भरोसे हम तो बाबा के, जो होगा देखा जाएगा”, “बैठे बैठे खाटू में ओ सांवरे”, और “दिल का सुनाऊँ किसे हाल, मेरे सांवरे” को भी अवश्य करें और श्याम प्रेम में लीन हो जाएं।

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