मेरे श्याम धनी तुझे लाखों प्रणाम भजन श्याम बाबा के प्रति अटूट श्रद्धा, प्रेम और कृतज्ञता का भाव प्रकट करता है। जब भक्त अपने जीवन में बाबा की कृपा का अनुभव करता है, तो उसके हृदय से केवल धन्यवाद और आभार के स्वर निकलते हैं। यह भजन हमें सिखाता है कि चाहे सुख हो या दुख, हमें सदैव श्याम बाबा के चरणों में सिर झुकाना चाहिए और उनकी भक्ति में लीन रहना चाहिए।
Mere Shyam Dhani Tujhe Lakho Pranam
मेरे गीतों में तू मेरे गानों में तू
मेरी सरगम में तू मेरी तानों में तू
रात दिन सुबह शाम लेके तेरा नाम
मेरे श्याम धनी तुझे लाखों प्रणाम
मेरे गीतों में तू मेरे गानों में तू
मेरी सरगम में तू मेरी तानों में तू
तुम हो मेरे बोल तो बना लूं अपने गीतों में सजा लूं
हे हे अपनी सरगम में तुमको ही गा लूं
तुम हो मेरी तान तो बजा लूं अपने भजनों में रमा लूं
हे हे अपने गीतों से तुमको रिझा लूं
ना मैं भूलूं तुझको श्याम, लेके तेरा नाम
मेरे श्याम धनी तुझे लाखों प्रणाम
मेरे गीतों में तू मेरे गानों में तू
मेरी सरगम में तू मेरी तनु में तू
तुमको कोई गीत में बना लूं अपने होठों पर सजा लूं
हे हे दिल चाहे जब गुनगुना लूं
तुमको ही अपना मीत में बना लूं अपने दिल में छुपा लूं
हे हे जी चाहे जब मैं बुला लूं
मैं हूं तेरा बाबा श्याम, बड़ा पावन तेरा धाम
जान ये निकले मेरी तो, बस हो तेरा नाम
मेरे गीतों में तू मेरे गानों में तू
मेरी सरगम में तू मेरी तानों में तू
रात दिन सुबह शाम लेके तेरा नाम
ओ मेरे श्याम धनी तुझे लाखों प्रणाम
मेरे गीतों में तू मेरे गानों में तू
श्याम बाबा के भक्त उनके प्रति अनंत प्रेम और श्रद्धा रखते हैं, और “मेरे श्याम धनी तुझे लाखों प्रणाम” भजन इसी समर्पण का प्रतीक है। श्याम प्रेम और उनकी कृपा का अनुभव करने के लिए तेरे द्वार से बाबा, दरबार से कभी भी कोई भी खाली ना गया, पान को प्रसाद बाबा करो स्वीकार जी, भोग लगाओ, मुझे मस्ती चढ़ गई रे, और सुन लो श्याम पुकार हमारी भजन भी पढ़ें और श्याम जी की भक्ति में मग्न हो जाएं।