मेरा तू ही तो हमदर्द है

जीवन के संघर्षों में जब हर सहारा छूट जाता है, तब एकमात्र आसरा श्याम बाबा ही होते हैं। मेरा तू ही तो हमदर्द है भजन भक्त के उसी विश्वास को दर्शाता है, जहाँ वह श्याम प्रभु को अपना सच्चा साथी और दुखों का संबल मानता है। यह भजन हमें यह अनुभूति कराता है कि जब हम सच्चे मन से बाबा के शरणागत होते हैं, तो वे हर संकट में हमारा साथ देते हैं।

Mera Tu Hi To Hamdard Hai

दुनिया के आगे प्रभु चुपचाप में रहता हुँ -2
मेरा तू ही तो हमदर्द है जिसे हर दर्द कहता हूं,
दुनिया के आगे प्रभु…….

दुनिया की ‘आदत’ करते बगावत ‘जब दिन बुरे घेरते -2
नजरे है चुराते दूरी बढ़ाते ‘सभी यार मुंह फेरते -2
ना समझे कोई भी किसी की परेशानियां,
मेरा तू ही तो हमदर्द है जिसे हर दर्द कहता हूं,
दुनिया के आगे प्रभु……..

जग है छलावा तेरे अलावा ‘किसी पे भरोसा नही 2
मुझे दाना पानी सिवा तेरे दानी ‘किसी ने परोसा नही 2
भला कैसे भूलूं मैं तेरी मेहरबानियाँ,
मेरा तू ही तो हमदर्द है जिसे हर दर्द कहता हूं,
दुनिया के आगे प्रभु…..

आया नजर ना कोई भी अपना ‘जब मुझको दरकार थी 2
तब मेरे पथ’ का जीवन के रथ का ‘तू ही बना सारथी 2
माधव ने की हर कदम पर निगहबानिया,
मेरा तू ही तो हमदर्द है जिसे हर दर्द कहता हूं,

श्याम बाबा अपने भक्तों के सच्चे हमदर्द हैं, जो हर परिस्थिति में उनके साथ खड़े रहते हैं। यह भजन हमें उनकी कृपा पर अटूट विश्वास रखने की प्रेरणा देता है और यह आश्वासन दिलाता है कि उनकी शरण में आने से हर कष्ट मिट जाता है। आप “हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा”, “श्याम नाम लेता जाओ”, “तेरी रे मर्जी खाटू वाले” और “खाटू वाले का दरबार निराला है” जैसे अन्य भजनों को पढ़कर अपनी भक्ति को और अधिक मजबूत कर सकते हैं। जय श्री श्याम!

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