जब भक्त का हृदय श्याम प्रेम से भर जाता है, तो उसका मन केवल बाबा के दरबार में जाने के लिए व्याकुल हो उठता है। मैं तो चला खाटू, मैं तो चला भजन इसी भक्तिभाव को व्यक्त करता है, जब भक्त अपने सारे कष्ट, चिंताओं और दुनियादारी को छोड़कर केवल श्याम बाबा की शरण में जाने का संकल्प करता है। यह भजन हमें बाबा के प्रति अटूट श्रद्धा और समर्पण की प्रेरणा देता है।
Main To Chala Khatu Main To Chala
मैं तो चला खाटू मैं तो चला लेकर हाथ निशान,
आया फागण का मेला बोलो जय जय श्री श्याम।
स्वर्ग से प्यारी खाटू नगरीया,
जहां बिराजे श्याम सांवरिया
दर्शन होंगे श्याम धणी के बोलो जय जय श्री श्याम………..
फागण मेले की शान निराली भर देता श्याम झोली खाली
खोल खजाना बैठा है बोलो जय श्री श्याम………..
बरसी कृपा श्याम तुम्हारी,
किंशुक आया शरण तुम्हारी,
राजू बाजे डंका श्याम का बोलो जय श्री श्याम,
आया फागण का मेला बोलो जय जय जय श्री श्याम,
आया फागण का मेला………..
खाटू श्याम जी के दर्शन मात्र से भक्तों का जीवन धन्य हो जाता है और उनकी कृपा से हर दुख-दर्द समाप्त हो जाता है। यह भजन हमें बाबा के चरणों की ओर खिंचने का भाव देता है और उनकी अपार महिमा का अनुभव कराता है। श्याम प्रेम की इस यात्रा को और आगे बढ़ाने के लिए आप “खाटू वाले का दरबार निराला है”, “तेरी रे मर्जी खाटू वाले”, “श्याम नाम लेता जाओ” और “हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा” जैसे अन्य भजनों को पढ़कर अपनी भक्ति को और गहरा कर सकते हैं। जय श्री श्याम!