कभी भक्तों से मिलने आया करो जी

श्याम बाबा केवल भक्तों के आह्वान पर ही नहीं, बल्कि उनकी हर धड़कन में बसे रहते हैं। फिर भी, भक्तों की यह मनोकामना होती है कि बाबा स्वयं आकर उनके दुःख हर लें और अपनी दिव्य उपस्थिति से उनका जीवन धन्य कर दें। कभी भक्तों से मिलने आया करो जी भजन इसी भाव को व्यक्त करता है, जिसमें एक भक्त अपने आराध्य से प्रेमपूर्वक विनती करता है कि वे अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें।

Kabhi Bhakton Se Milne Aaya Karo Ji

कभी फागण में आया,
कभी ग्यारस में आया,
कभी तुम भी मेरे घर आया करो,
कभी भक्तों से, कभी भक्तों से,
कभी भक्तों से मिलने आया करो,
आसमान में चंदा निकले,
तारों की बारात हो,
शीश झुका हो इस सेवक का,
सर पे तेरा हाथ हो,
बड़ा तुझको सजाऊँ,
तुझे इत्र लगाऊँ,
प्रभु मेरा मान बढ़ाया करो,
कभी भक्तों से मिलने आया करो,
एक तमन्ना है इस दिल की,
जी भर के दीदार हो,
लीले घोड़े पर सवार मेरे सामने,
लखदातार हो,
कभी चवर ढूराउं, कभी चरण धुलाऊं,
कभी वक्त निकाल के आया करो,
कभी भक्तों से मिलने आया करो,
बचपन बीता आई जवानी,
तेरा ही बस ध्यान धरा,
तूने ही बस खाटू वाले,
मेरा सारा काम करा,
चाहे नौकर बना ले,
चाहे चाकरी कराले,
मित्तल को गले लगाया करो,
कभी भक्तों से मिलने आया करो,
कभी फागण में आया,
कभी ग्यारस में आया,
कभी तुम भी मेरे घर आया करो,
कभी भक्तों से, कभी भक्तों से,
कभी भक्तों से मिलने आया करो,

बाबा श्याम की महिमा अपरंपार है, वे सच्चे प्रेम और श्रद्धा से की गई पुकार को कभी अनसुना नहीं करते। यह भजन हमें यह सिखाता है कि यदि हम सच्चे मन से उन्हें बुलाएँ, तो वे अवश्य अपनी कृपा बरसाते हैं। उनके चरणों में भक्ति अर्पित कर हम अपने जीवन को धन्य बना सकते हैं। आप “खाटू वाले का दरबार निराला है”, “श्याम नाम लेता जाओ”, “हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा” और “तेरी रे मर्जी खाटू वाले” जैसे अन्य भजनों को पढ़कर अपनी भक्ति को और गहरा कर सकते हैं। जय श्री श्याम!

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