जोगन श्याम की

जब भक्त का मन संसार की मोह-माया से दूर होकर केवल श्याम बाबा की भक्ति में रम जाता है, तब वह स्वयं को श्याम का जोगी या जोगन मान लेता है। जोगन श्याम की भजन उसी अनन्य प्रेम और समर्पण का प्रतीक है, जहाँ भक्त अपने आराध्य के रंग में पूरी तरह रंग जाता है। यह भजन हमें बाबा श्याम के प्रति अपार श्रद्धा और प्रेम से जोड़ता है, जहाँ भक्त की हर सांस श्याम नाम में खो जाती है। आइए, इस भजन को पढ़कर हम भी इस दिव्य प्रेम में डूब जाएँ।

Jogan Shyam Ki

मैं जोगन बन गई खाटू वाले श्याम की
सारी दुनिया छोड़कर मैं तो , हो गई बाबा श्याम की
मैं जोगन बन गई खाटू वाले श्याम की………2

1 ) सोणा सोणा रूप देख के , हो गई मैं तो पागल……2
सांवरिया मैं तेरी दीवानी , दिल भी हो गया घायल………2
रोज सुबह और शाम रटू में , माला तेरे नाम की
मैं जोगन बन गई खाटू वाले श्याम की………2

2 ) सेठो का तू सेठ सांवरा , जगत सेठ कहलावे……..2
मेरी और भी देख ले बाबा , क्यों मने तरसावे……….2
हाथ फिरादे सर पर मेरे , नहीं इच्छा किसी काम की
मैं जोगन बन गई खाटू वाले श्याम की………2

3 ) बात मान ले श्याम धणी , इतनी सी मेरी अर्जी…….2
ज्यादा देना चाहवे तो , आगे है तेरी मर्जी………..2
हरीश मगन यह गाता रहे , महिमा खाटू धाम की
मैं जोगन बन गई खाटू वाले श्याम की………2 ।

श्याम बाबा की भक्ति में जो एक बार रम जाता है, वह फिर किसी और चीज़ की कामना नहीं करता। यह भजन हमें सिखाता है कि सच्ची भक्ति वही है, जहाँ मन, आत्मा और जीवन केवल श्याम बाबा के चरणों में समर्पित हो जाता है। उनकी कृपा से हर भक्त को आत्मिक आनंद और शांति की प्राप्ति होती है। आप “श्याम नाम लेता जाओ”, “हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा”, “तेरी रे मर्जी खाटू वाले” और “खाटू वाले का दरबार निराला है” जैसे अन्य भजनों को पढ़कर अपनी भक्ति को और गहरा कर सकते हैं। जय श्री श्याम!

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