भक्तों, फागण मास आते ही खाटू धाम में भक्ति का सागर उमड़ पड़ता है। बाबा श्याम का भव्य मेला सजता है, और हर भक्त अपने प्रिय श्याम के दर्शन के लिए खिंचा चला आता है। आज हम जिस भजन फागण मेला आया, बाबा बुला रहा, खाटू बुला रहा की चर्चा कर रहे हैं, वह इस दिव्य मेले की पुकार को दर्शाता है। जब बाबा बुलाते हैं, तो भक्तों के कदम अपने आप खाटू की ओर बढ़ने लगते हैं। आइए, इस भजन के माध्यम से हम भी इस अलौकिक मेले का आनंद लें और श्याम भक्ति में रंग जाएं।
Fagan Mela Aaya Baba Bula Raha Khatu Bhula Raha
फागण मेला आया 2
बाबा बुला रहा
खाटू बुला रहा
फागण मेले की मस्ती ऐसी हर कोई आना चाहता 2
किस्मत वाला ही तो बाबा तेरा निशान उठाता
बाबा बुला रहा
खाटू बुला रहा
रीगस से जब पैदल चलता बाबा साथ मे चलता 2
हिम्मत दुगनी हो जाती है ऐसा मुझको लगता
बाबा बुला रहा
खाटू बुला रहा
पहले तोरण द्वार को देखा मैने शिश झुकाया 2
थोड़ा सा जब आगे बढ़ा तो श्याम को दिल मे पाया
बाबा बुला रहा
खाटू बुला रहा
फागण में मेरा श्याम का दर्शन किश्मत वाला पाता
जिस पे किरपा श्याम की होती वो ही खाटू आता
बाबा बुला रहा
खाटू बुला रहा
फागण का मेला बाबा श्याम की कृपा का उत्सव है, जहाँ हर भक्त उनकी भक्ति में रंग जाता है। यह भजन हमें श्याम बाबा के बुलावे को महसूस कराता है और हमें उनकी भक्ति में लीन होने की प्रेरणा देता है। ऐसे ही अन्य भजनों जैसे “सतरंगी मेला है आयो , खाटू में रंगों की बौछार , देखो रे भक्तों श्याम धणी आया , और “श्याम नाम रस पिया रे” को भी अवश्य करें और श्याम प्रेम में सराबोर हो जाएं।