भक्तो ने झूला डाला झूले पे खाटू वाला

भक्तो ने झूला डाला झूले पे खाटू वाला भजन श्याम बाबा की भक्ति और श्रद्धा के सुंदर स्वरूप को प्रकट करता है। जब भक्त अपने प्रिय श्याम बाबा के प्रेम में डूबकर उन्हें झूले पर विराजमान करते हैं, तो समस्त वातावरण भक्तिमय हो उठता है। यह भजन बाबा के प्रति अटूट प्रेम, समर्पण और उत्सव के भाव को दर्शाता है। झूला उत्सव के माध्यम से भक्त श्याम जी के साथ अपने प्रेम और भक्ति को प्रकट करते हैं, जिससे हर दिल आनंदित हो उठता है।

Bhakto Ne Jhula Daala Jhule Pe Khatu Wala

भक्तो ने झूला डाला झूले पे खाटू वाला
बैठा बैठा मुस्काये हमे झाला दे बुलाया
वो कहता है डोर हिलाओ तुम
मुझको तो झुलाओ तुम

( 1)
सावन का महीना रिमझिम बरशे पानी
आया है खाटू से चलकर शीश का दानी
भक्तो ने इसे बुलाया
ये प्रेम देखकर आया

ये कहता है डोर हिलाओ तुम
मुझको तो झुलाओ तुम

(2)
धीरे धीरे प्रेमी डोरी हिला रहे है
इतने खुश है सारे प्रभु को झूला रहे है
जब कोई कभी रुक जाता मेरा श्याम घणी फरमाता

वो कहता है डोर हिलाओ तुम
मुझको तो झुलाओ तुम

(3)
मस्ती में बैठा है बडॉ मजा है आता
कभी कभी झूले में खुद ही जोर लगाता
ये उचक उचक कर झूले,
लगता है छत को छूले

ये कहता है डोर हिलाओ तुम
मुझको तो हिलाओ तुम
(4)
सावन का झूले का ये सौकीन पुराना
मन में न राह जाए इतना इसे झुलाना
देखो तुम गौर करो न
देखो मेरा श्याम सलोना

वो कहता है डोर हिलाओ तुम
मुझको तो झुलाओ तुम

श्याम बाबा के झूला महोत्सव में भक्तों की श्रद्धा और प्रेम देखते ही बनता है। “भक्तो ने झूला डाला झूले पे खाटू वाला” भजन इसी भक्तिमय भावना को जागृत करता है। श्याम बाबा की भक्ति का आनंद लेने के लिए खाटू धाम का नया रूप, इसीलिए बाबा ने मेरे कीर्तन ये कराया है, तेरे बगैर सांवरे मेरा कोई नहीं, और नैया चला रहा है मेरा श्याम खाटू वाला भजन भी पढ़ें और श्याम जी की महिमा में खो जाएं।

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