खाटू श्याम जी की आरती भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। श्री खाटू श्याम जी भगवान श्री कृष्ण के अवतार माने जाते हैं ऐसी मान्यता है की बर्बरीक ने अपना शीश कृष्ण जी को अर्पित किया था, जिससे खुश होकर कृष्ण भगवान ने बर्बरीक को खाटू श्याम के रूप में प्रसिद्धि का आशीर्वाद दिया था। जो भी व्यक्ति सच्चे मन से सुबह शाम Khatu Shyam Ji ki Aarti करता है उसे श्याम बाबा की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
इस आरती को करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है, जीवन में सदा उन्नति होती है और स्वास्थ्य सदा अच्छा बना रहता है। अगर आप श्याम बाबा की आरती प्राप्त करना चाहते है तो, सम्पूर्ण आरती को हमने आपके लिए निचे उपलब्ध कराया है।
खाटू श्याम जी की आरती
ओम जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
रतन जड़ित सिंहासन,सिर पर चंवर ढुरे।
तन केसरिया बागो, कुण्डल श्रवण पड़े॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे।
खेवत धूप अग्नि पर, दीपक ज्योति जले॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे।
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे।
भक्त आरती गावे, जय-जयकार करे॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे।
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम-श्याम उचरे॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे।
कहत भक्त-जन, मनवांछित फल पावे॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे।
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
ओम जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
ओम जय श्री श्याम हरे…
॥बाबा जय श्री श्याम हरे॥
आप खाटू श्याम जी के साथ- साथ भगवान Krishna Ji ki Aarti को भी कर सकते हैं। क्योंकि खाटू श्याम बाबा को भगवान श्री कृष्णा जी का ही अवतार माना जाता है। जिनकी आरती करके आप भगवान की कृपा को प्राप्त कर सकते हैं।
आरती करने की विधि
- स्नान – आरती करने के लिए सबसे पहले आप सुबह उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहन लें।
- पवित्रता – आप अपने घर में जिस स्थान पर खाटू श्याम जी को स्थापित करना चाहते हैं उस स्थान को गंगाजल से पवित्र कर ले। गंगाजल न होने पर आप साफ जल से भी स्थान को साफ कर सकते है।
- मूर्ति स्थापना – आप एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछा कर भगवान की चित्र या प्रतिमा को स्थापित विधिपूर्वक स्थापित करें।
- अर्पित करें – इसके बाद आप खाटू श्याम जी को फूल, माला, धूप, फल, दूध से बनी सामग्री या कच्चा दूध चढ़ाये।
- पूजा – चढ़ावा देने के बाद आप गाय के घी से दीपक जलाये और मंत्र का उच्चारण करें और बाबा खाटू श्याम का ध्यान करें।
- आरती – ध्यान और जाप खत्म करने के बाद आप आरती गायन के साथ आरती करे और आरती की रोशनी पुरे घर में फैलाये।
- क्षमा और आशीर्वाद – पूजा के समापन में आप भगवान से अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगे तथा उनसे आशीर्वाद पाने के लिए प्रार्थना करें।
Khatu Shyam Ji ki Aarti करने के लाभ
- सुख शांति – खाटू महाराज की आरती करने से सुख शांति परिवार में बनी रहती है।
- एकता – इनकी आरती करने से परिवार में एकता बनी रहती है।
- स्वास्थ्य जीवन – इनकी कृपा और दया से हमारा शरीर सदा ही स्वस्थ्य रहता है।
- आध्यात्मिक उन्नति – इनकी आरती आध्यात्मिक जागृति और उन्नति के लिए भी अत्यंत लाभकारी मानी जाती है। भक्तों को भगवान श्याम जी की आराधना और आरती के माध्यम से आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त होती है, जिससे उनका ध्यान और साधना प्रगाढ़ होती है जिससे भक्त आसानी से अध्यात्म से जुड़ पाते हैं।
- उच्च जीवन – प्रभु की पूजा करने से हमारा जीवन उच्च जीवन और विचारों की ओर अग्रसर होता है।
- धन समृद्धि – आरती करने से घर में आर्थिक समृद्धि आती है। भगवान श्याम को धन और वैभव के दाता माना जाता है, इसलिए उनकी आरती करने से भक्तों को धन और संपन्नता की प्राप्ति होती है।
- साहस: खाटू श्याम की नियमित आरती से भक्तो को साहस प्राप्त होता है जिससे वो किसी भी कठिनाई का सामना आसानी से कर पाते है।
FAQ
खाटू श्याम भगवान को कैसे प्रसन्न करें ?
खाटू श्याम जी महराज को बस सच्ची श्रद्धा से याद करें और आरती करें इतने में ही वे प्रसन्न हो जाते हैं।
बाबा खाटू श्याम जी का मंदिर कहाँ पर है ?
इनका विशाल मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में है।
क्या इनकी आरती सभी लोग कर सकते है ?
हाँ, इनकी आरती बच्चे, औरते, बूढ़े सभी उम्र के लोग कर सकते है इसके लिए किसी विशेष योग्यता की आवश्यकता नहीं है।
क्या आरती को सुनने से भी इसके लाभ को प्राप्त किया जा सकता है ?
हाँ, आरती को सच्ची श्रद्धा और भक्ति भाव से सुनने से खाटू श्याम की कृपा और इसके लाभ को प्राप्त किया जा सकता है।