Jeen Mata Ki Aarti आरती ओम जय श्री जीण मइया, बोलो जय श्री जीण मइया सच्चे मन से सुमिर, सब दुःख दूर भया ओम जय श्री जीण मइया... ऊंचे पर्वत मंदिर , शोभा अति भारी देखत रूप मनोहर , असुरन भयकारी ओम जय श्री जीण मइया... महासिंगार सुहावन , ऊपर छत्र फिरे सिंह की सवारी सोहे , कर में खड़ग धरे ओम जय श्री जीण मइया... बाजत नौबत द्वारे , अरु मृदंग डैरु चौसठ जोगन नाचत , नृत्य करे भैरू ओम जय श्री जीण मइया... बड़े बड़े बलशाली , तेरा ध्यान धरे ऋषि मुनि नर देवा , चरणो आन पड़े ओम जय श्री जीण मइया... जीण माता की आरती , जो कोई जन गावे कहत रूड़मल सेवक , सुख सम्पति पावे ओम जय श्री जीण मइया , बोलो जय श्री जीण मइया। सच्चे मन से सुमिरे , सब दुःख दूर भया ओम जय श्री जीण मइया...

Jeen Mata Ki Aarti | जीण माता की आरती: भक्ति और शक्ति का स्रोत

जीण माता की आरती एक प्रमुख धार्मिक स्तुति है, जो विशेष रूप से राजस्थान और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में गाई जाती है। जीण माता को देवी दुर्गा का एक रूप माना जाता है, और वे भक्तों को सुख, समृद्धि, और सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति प्रदान करने वाली देवी मानी जाती हैं। … Read more