जब से देखी सूरत मैंने महाकाल की लिरिक्स

जब से देखी सूरत मैंने महाकाल की भजन शिव भक्त के उस दिव्य अनुभव को प्रकट करता है, जब उसे पहली बार महाकाल के दर्शन होते हैं। कहते हैं, जो एक बार उज्जैन के महाकालेश्वर के दर्शन कर ले, उसकी आत्मा शिवमय हो जाती है। यह भजन भक्त की उस अनन्य भक्ति और प्रेम को दर्शाता है, जिसमें वह अपने आराध्य महाकाल की सूरत को हृदय में बसा लेता है और फिर जीवनभर उन्हीं की आराधना में लीन रहता है।

Jab Se Dekhi Surat Maine Mahakal Ki

जब से देखी सूरत,
मैंने महाकाल की,
दुनिया बदल ही गयी,
दुनिया बदल ही गयी।1।

उज्जैन की धरती पे,
बसे महाकाल है,
देते सहारा सबको,
वो कालों के काल है,
है पायी भस्मि जबसे,
मैंने महाकाल की,
दुनिया बदल ही गयी,
दुनिया बदल ही गयी।2।

शिवरात्रि का पर्व है,
उज्जैन धाम है,
हर एक भगत की,
ज़ुबा पे महाकाल है,
हो करके भक्ति शिवशंकर,
और पार्वती की,
दुनिया बदल ही गयी,
दुनिया बदल ही गयी।3।

जब उज्जैन मैं जाऊँ,
दर्शन तेरा मैं पाऊँ,
सब कष्टों को भुलाकर,
सुख संतोष कमाऊ।4।

जब से देखी सूरत,
मैंने महाकाल की,
दुनिया बदल ही गयी,
दुनिया बदल ही गयी।5।

जब से देखी सूरत मैंने महाकाल की भजन हमें यह अनुभूति कराता है कि शिव के दर्शन मात्र से मन पवित्र हो जाता है और भक्त का जीवन धन्य हो जाता है। महादेव की कृपा से ही सांसारिक मोह मिटता है और आत्मा को शांति प्राप्त होती है। यदि आपको यह भजन पसंद आया, तो नजर महाकाल की एक बार जो हो जाए, महाकाल के द्वार चले चलो, भोले के दरबार से खाली नहीं जाएंगे, और उज्जैन का राजा महाकाल राजा भी करें। इन भजनों को पढ़कर महाकाल की भक्ति और भी गहरी हो जाएगी और उनका आशीर्वाद सदैव बना रहेगा। 🚩🙏✨

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