भगवान श्री गणेश, जिन्हें एकदंत, विघ्नहर्ता और गणराज के नाम से पुकारा जाता है, सभी बाधाओं को हरने वाले देवता हैं। उनकी महिमा अनंत है, और उनकी कृपा से ही हर शुभ कार्य संपन्न होता है। भजन हे एकदन्त गणराज तुम्हारा क्या कहना में उनकी स्तुति की गई है, जिसमें उनकी दिव्यता और अपार कृपा का गुणगान किया गया है। आइए, इस भजन के माध्यम से भगवान गणेश का स्मरण करें और उनकी असीम कृपा प्राप्त करें।
Hey Ekdant Ganraj Tumhara Kya Kahana
माँ गौरा के राज दुलारे,
शिव भोले की आँख के तारे,
हे एकदन्त गणराज,
तुम्हारा क्या कहना,
करूँ सर्वप्रथम गुणगान,
तुम्हारा क्या कहना।1।
तुम पहले पूजे जाते,
विघ्नो को दूर भगाते,
जो महिमा तेरी गाते,
उसे कष्ट कभी न सताते,
जो तेरा ध्यान लगाए,
जो सुमिरण तेरा गाए,
उससे करते हो प्यार,
तुम्हारा क्या कहना,
हे एक दन्त गणराज,
तुम्हारा क्या कहना।2।
तुम रिद्धि सिद्धि के दाता,
है मोदक तुमको भाता,
गजवदन विनायक तुम्हरी,
है शरण में जो भी आता,
तुम नैया पार लगाते,
है बिगड़ी सबकी बनाते,
ओ मूषक के असवार,
तुम्हारा क्या कहना,
करूँ सर्वप्रथम गुणगान,
तुम्हारा क्या कहना।3।
जो पूजे मात पिता तो,
सम्मान है तुमसा पाता,
फिर सारे जगत में तुमसा,
है प्रथम वो पूजा जाता,
‘लक्की’ ने तुमको ध्याया,
‘भावेश’ के संग है मनाया,
अब कृपा करो इस ओर,
तुम्हारा क्या कहना,
हे एक दन्त गणराज,
तुम्हारा क्या कहना।4।
माँ गौरा के राज दुलारे,
शिव भोले की आँख के तारे,
हे एकदन्त गणराज,
तुम्हारा क्या कहना,
करूँ सर्वप्रथम गुणगान,
तुम्हारा क्या कहना।5।
भगवान गणेश की वंदना करने से मन को अपार शांति और सुख की प्राप्ति होती है। उनकी भक्ति से समस्त विघ्न दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यदि यह भजन आपको भक्तिभाव से भर रहा है, तो गजानंद कृपा बरसा दे श्री गणेश वंदना, जय गणपति वंदन गणनायक, गौरी नंदन तेरा वंदन करता है संसार और सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची श्री गणेश आरती जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और गणपति बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करें। गणपति बप्पा मोरया!
मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile 🙏🚩