तुझे तेरे राम बुलाते है

“तुझे तेरे राम बुलाते हैं” भजन हनुमान जी की अद्भुत भक्ति और उनके अटूट समर्पण को दर्शाता है। यह भजन हमें यह एहसास कराता है कि स्वयं प्रभु श्रीराम भी हनुमान जी के बिना अधूरे हैं। जब-जब संसार में धर्म की रक्षा का प्रश्न आया, तब-तब हनुमान जी ने अपने स्वामी श्रीराम के आदेश को सर्वोपरि रखा। यह भजन हमें भी प्रेरित करता है कि हम अपने जीवन में सच्ची भक्ति और निस्वार्थ सेवा को अपनाएं।

Tujhe Tere Ram Bulate Hai

आ लौट के आ,
आ लौट के आजा हनुमान तुझे तेरे राम बुलाते है,
संकट में लखन के प्राण, तुझे तेरे राम बुलाते है…….

जो पुछेगी मैया सुन मेरे भैया कहाँ है लखन क्या कहूँगा,
तन मन है लखन मेरा जीवन लखन बिन इसके मैं कैसे रहूँगा,
लक्ष्मण में बसे मेरे प्राण तुझे तेरे राम बुलाते है…….

बीते ज्यों रैना बरसे है नैना रह-रह के मन घबराए,
राह निहारूँ तुझको पुकारूँ कब तू संजीवन लाये,
रख लेना तू मेरा मान तुझे तेरे राम बुलाते है…..

पवन वेग से बड़े तेज से हनुमत बूंटी लाये,
लखन लाल के प्राण बचाकर राम के काम बनाये,
सब करे तेरा गुणगान राम जी गले लगाते है,
संकट मौचन हनुमान जो सबके कष्ट मिटाते है,
जो धरता है इन का ध्यान वो हर पल मौज मनाते है,
लो आ गए हनुमान राम जी गले लगाते हैं…….

हनुमान जी केवल प्रभु राम के ही नहीं, बल्कि हर भक्त के संकटहारी हैं। जो भी सच्चे मन से उन्हें पुकारता है, वे उसकी सभी बाधाएं हर लेते हैं। अगर यह भजन आपके मन को शांति और श्रद्धा से भर रहा है, तो [“हनुमत राम के परम दासा”] भजन भी अवश्य सुनें और हनुमान जी की अपार महिमा का अनुभव करें। 🚩 जय बजरंगबली!

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