थारो खूब सज्यो दरबार म्हारा बालाजी सरकार लिरिक्स

थारो खूब सज्यो दरबार म्हारा बालाजी सरकार भजन बालाजी सरकार की महिमा और उनके दरबार की भव्यता को दर्शाता है। इस भजन में भक्त बालाजी के दरबार की सुंदरता और दिव्यता का वर्णन करते हुए उनके आशीर्वाद की कामना करता है। जब भक्त अपने मन में पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ बालाजी के दरबार में प्रवेश करता है, तो वह हर मुश्किल से पार पा जाता है और उसे सुख-शांति का अनुभव होता है।

Tharo Khub Sajyo Darbar Mhara Balaji Sarkar Lyrics

थारो खूब सज्यो दरबार,
म्हारा बालाजी सरकार,
मैं तो आया दर्शन ताइ,
बाला झट आवो दरबार,
बेगा आओ नि बालासा,
थाने अर्ज अपार।1।

बाला तन में सिंदूर धार,
थारे मुख में नागर पान,
थारे हाथ में घोटो धार बाला,
शोभा अपरम्पार,
बेगा आओ नि बालासा,
थाने अर्ज अपार।2।

बाला में हाथां में करताल,
काना में कुण्डल धार,
सदा राम राम गुण गाए बाला,
प्रभु ने रिझाए,
बेगा आओ नि बालासा,
थाने अर्ज अपार।3।

माता अंजनी रा लाल,
बाबा पवनपुत्र हनुमान,
थारी शोभा जग में न्यारी बाला,
जो ध्याए फल पाए,
बेगा आओ नि बालासा,
थाने अर्ज अपार।4।

थारे ‘भगवत’ महिमा गाए,
चरणों में शीश नवाएँ,
म्हारा बालाजी सरकार,
थाने विनती बारम्बार,
बेगा आओ नि बालासा,
थाने अर्ज अपार।5।

थारो खूब सज्यो दरबार,
म्हारा बालाजी सरकार,
मैं तो आया दर्शन ताइ,
बाला झट आवो दरबार,
बेगा आओ नि बालासा,
थाने अर्ज अपार।6।

यह भजन बालाजी सरकार के प्रति भक्तों की श्रद्धा और समर्पण को व्यक्त करता है। बालाजी का दरबार न केवल एक भव्य स्थल है, बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए एक स्थान है जहाँ उनके सभी दुःख दूर होते हैं। इस भजन के माध्यम से हम बालाजी के आशीर्वाद की शक्ति को महसूस कर सकते हैं और उनके दरबार में जाने का एक सुखद अनुभव प्राप्त कर सकते हैं।

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