थारी जय हो पवन कुमार लखबीर सिंह लक्खा भजन लिरिक्स

थारी जय हो पवन कुमार भजन लखबीर सिंह लक्खा जी द्वारा प्रस्तुत किया गया एक सुंदर भजन है, जो हमें बजरंग बली हनुमान जी की असीम शक्ति, वीरता और उनके भक्तों के प्रति अनंत प्रेम को याद दिलाता है। इस भजन में, हनुमान जी की महिमा का वर्णन करते हुए, यह बताया गया है कि वे हर संकट को हरते हैं और अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। यह भजन उनकी अपार शक्ति, साहस और आशीर्वाद को व्यक्त करता है, जो हमें जीवन के कठिन समय में भी एक नई उम्मीद और साहस प्रदान करता है।

Thari Jai Ho Pawan Kumar Lakhbir Singh Lakha

लाल लंगोटो हाथ मे सोटो,
थारी जय हो पवन कुमार
मैं वारि जाऊँ बालाजी,
बलिहारी जाऊँ बालाजी।।

सालासर थारो देवरो है बाबा,
मेहंदीपुर भी थारो देवरो बाबा
थारे नोबत बाजे द्वार,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।

चैत्र सुदी पूनम को मेलो,
चैत्र सुदी पूनम को मेलो
थारे आये भगत अपार,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।

तेल सिंदूर चढ़े तन ऊपर,
तेल सिंदूर चढ़े तन ऊपर
कोई मंगल और शनिवार,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।

गठ जोड़े की जात जड़ूला,
गठ जोड़े की जात जड़ूला
देवे लाखो ही नर नार,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।

ध्वजा नारियल चढे चूरमो,
ध्वजा नारियल चढे चूरमो
सर पे छतर हजार,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।

घृत सिंदूर चढ़ावे थाने,
घृत सिंदूर चढ़ावे थाने
मंगल और शनिवार,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।

भक्तो का थे संकट काटो,
भक्तो का थे संकट काटो
थारी महिमा अपरम्पार,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।

लाल लंगोटो हाथ में सोटो
थारी जय हो पवन कुमार,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।
थारी जय हो दीनदयाल,
मैं वारि जाऊँ बालाजी।।

थारी जय हो पवन कुमार भजन हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति का एक जीवंत उदाहरण है, जो हमें हमेशा अपने जीवन में उनके आशीर्वाद का अनुभव कराता है। हनुमान जी के अन्य भजनों जैसे बजरंग बला जय हो और राम के दूत हनुमान जी में भी हमें उनकी शक्ति और कृपा का अहसास होता है। यह भजन हमें सिखाता है कि सच्ची भक्ति और श्रद्धा के साथ अगर हम हनुमान जी की शरण में जाते हैं, तो कोई भी संकट या मुश्किल हमारे रास्ते में नहीं रुक सकती। हनुमान जी के आशीर्वाद से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का अनुभव होता है।

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