सुनलो अरज मेरी सालासर वाले

सुन लो अरज मेरी सालासर वाले भजन भक्तों की गहरी श्रद्धा और विश्वास को दर्शाता है। यह भजन श्री सालासर बालाजी की महिमा का गुणगान करता है, जो अपने भक्तों की हर पुकार सुनते हैं और उनके कष्ट हरते हैं। जब भी कोई भक्त मन से बालाजी के दरबार में अरदास करता है, तो उनकी कृपा से असंभव भी संभव हो जाता है। यह भजन सालासर बालाजी के प्रति अटूट भक्ति और प्रेम को प्रकट करता है, जिससे भक्तों का मन प्रभु की भक्ति में लीन हो जाता है।

Sun Lo Araj Meri Salasar Wale

सुनलो अरज मेरी सालासर वाले
सुमिरन है वंदन है।
मुझे चरणों से लगा ले,
ओ बाबा घाटे वाले।
तेरे बिन कौन संभाले,
हटा कर बादल काले।
करो अब नए उजाले,
सुनलो अरज़ सुनलो अरज़॥

तुमसा ना जग में कोई बलधारी,
रहे राम के आज्ञाकारी।
राम नाम के तुम हो बड़े मतवाले,
पार करो उद्धार करो।
ये जीवन तेरे हवाले,
ओ बाबा घाटे वाले।
तेरे बिन कौन संभाले,
हटा कर बादल काले।
करो अब नए उजाले,
सुनलो अरज़ सुनलो अरज़॥

कैसे धीरज दिल को बंधाऊँ,
दया की जब तक बूँद ना पाऊं।
हूँ दीवाना तेरा, चाहे तू आज़मा ले,
भर के नज़र देखो इधर, अब मुझे तू अपना ले।
ओ बाबा घाटे वाले, तेरे बिन कौन संभाले,
हटा कर बादल काले।
करो अब नए उजाले,
सुनलो अरज़ सुनलो अरज़॥

सुनलो अरज मेरी सालासर वाले,
सुमिरन है वंदन है।
मुझे चरणों से लगा ले,
ओ बाबा घाटे वाले।
तेरे बिन कौन संभाले,
हटा कर बादल काले।
करो अब नए उजाले,
सुनलो अरज़ सुनलो अरज़॥

Sun Lo Araj Meri Salasar Wale भजन यह विश्वास दिलाता है कि जब भी कोई भक्त सच्चे मन से उनकी शरण में आता है, तो वे उसकी हर परेशानी को हर लेते हैं। उनकी कृपा से जीवन की हर मुश्किल आसान हो जाती है। यह भजन केवल एक गीत नहीं, बल्कि एक भक्त की भावनाओं की अभिव्यक्ति है, जिसमें वह बालाजी से अपने दुखों को हरने और कृपा बरसाने की विनती करता है। ऐसे ही सीता मैया ने मुझको बताया मैं नहाकर सिंदुर लगाया, हनुमत डटे रहो आसन पर जब तक कथा राम की होय, हमपे कर दो मेहर की नजरिया बजरंगबली हनुमान जी के भजनो को करने से आप सभी दुखों से मुक्ति पा सकते हैं।

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