सिंदूरी चोलो बजरंग बाला के लागे सोवणो लिरिक्स

यह भजन सिंदूरी चोलो बजरंग बाला के लागे सोवणो भजन हनुमान जी के दिव्य स्वरूप और उनकी भव्यता को दर्शाता है। बजरंगबली का सिंदूरी चोला उनकी शक्ति, भक्ति और विजय का प्रतीक है। भक्तगण जब अपने आराध्य को सिंदूर अर्पित करते हैं, तो यह उनकी श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक बन जाता है। इस भजन में हनुमान जी के सौंदर्य, शक्ति और भक्तों पर उनकी असीम कृपा का वर्णन किया गया है।

Sinduri Cholo Bajarang Bala Ke Laage Sovano Lyrics

सिंदूरी चोलो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो,
सिंदुरी चोलो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो।।

अंजनी माँ का लाडला जी,
सियाराम का दास,

मन में मेरे महावीर को,
है मोटो विश्वास जी,
सिंदुरी चोलो,

बजरंग बाला के लागे सोवणो।।

कुण सो भारी काम जगत में,
कर ना सके हनुमान,
पवनपुत्र सो ई दुनिया में,
को बल बुद्धिनिधान जी,
सिंदुरी चोलो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो।।

दीनबंधु भक्तन हितकारी,
सर्वगुणा की खान,
मेरे जिसे गरीब को भी,
राखे नित की ध्यान जी,
सिंदुरी चोलो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो।।

‘श्याम बहादुर’ बजरंगी को,
करे सदा गुणगान,
‘शिव’ भी चाकर यो चरणा को,
अर्ज ‘करण’ की बाण जी,
सिंदुरी चोलो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो।।

सिंदूरी चोलो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो,
सिंदुरी चोलो,
बजरंग बाला के लागे सोवणो।।

यह भजन Sinduri Cholo Bajarang Bala Ke Laage Sovano हमें सिखाता है कि जब तक हमारे मन में सच्ची भक्ति और श्रद्धा का सिंदूर है, तब तक हमारे जीवन में किसी भी प्रकार की बाधा या संकट हमें डिगा नहीं सकते। हनुमान जी की कृपा से हर कष्ट मिट जाता है, और मन में असीम शांति का अनुभव होता है। जय बजरंगबली! 🚩

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