राम के दास रस्ता दिखा दो – उमा लहरी भजन लिरिक्स

राम के दास रस्ता दिखा दो भजन भक्तों के हृदय की पुकार को दर्शाता है, जहाँ वे हनुमान जी से अपने जीवन के सही मार्गदर्शन की प्रार्थना करते हैं। यह भजन हमें याद दिलाता है कि जीवन के कठिन दौर में हनुमान जी ही हमें सन्मार्ग दिखाने वाले हैं। उनकी असीम कृपा से हर संकट टल सकता है और जीवन में नई रोशनी आ सकती है।

Ram Ke Das Rasta Dikha

राम के दास रस्ता दिखा दो,
राम जी से मुझे तुम मिला दो
हाथ जोड़े मैं कब से खड़ा हूँ,
गलतियों को मेरी तुम भुला दो,
राम के दास रस्ता दिखा दो।।

रोया जब भी तुम्ही ने संभाला,
हर मुसीबत से बाहर निकाला
रोया जब भी तुम्ही ने संभाला,
हर मुसीबत से बाहर निकाला,

मुझको भक्ति का प्याला पिलादो,
रामजी से मुझे तुम मिला दो
राम के दास रस्ता दिखा दों,
राम जी से मुझे तुम मिला दो।।

कौन सा काम तुम से जो ना हो,
भोले भगवान की आत्मा हो
कौन सा काम तुम से जो ना हो,
भोले भगवान की आत्मा हो,

‘लहरी’ चंदन वो घिसना सीखा दो,
रामजी से मुझे तुम मिला दो
राम के दास रस्ता दिखा दों,
राम जी से मुझे तुम मिला दो।।

राम के दास रस्ता दिखा दो,
राम जी से मुझे तुम मिला दो
हाथ जोड़े मैं कब से खड़ा हूँ,
गलतियों को मेरी तुम भुला दो,
राम के दास रस्ता दिखा दो।।

हनुमान जी केवल शक्ति और पराक्रम के देवता ही नहीं, बल्कि भक्तों के संकटों को दूर करने वाले मार्गदर्शक भी हैं। उनकी भक्ति में सच्चा समर्पण करने से हमें सही राह मिलती है और जीवन में सफलता प्राप्त होती है। अगर यह भजन आपको प्रेरित करे, तो हर मन के संकट हरता ये संकट मोचन दाता और जय जय जय हनुमान गोसाई जैसे भजनों को भी सुनें और श्री हनुमान जी की महिमा का आनंद लें।

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