जब दीपक की लौ मंद पड़ जाती है, तो अंधकार छा जाता है, वैसे ही बिना भक्ति और आराधना के मंदिर सूना लगता है। मंदिर सूना बिन ज्योति भजन में भक्तों की वही भावना प्रकट होती है, जहां वे अपने आराध्य हनुमान जी से निवेदन करते हैं कि वे अपने दिव्य प्रकाश से मंदिर को आलोकित करें। यह भजन हमें सिखाता है कि ईश्वर की उपस्थिति से ही भक्ति स्थल जीवंत होते हैं और उनके बिना सब कुछ निरर्थक सा लगता है।
Mandir Suna Bin Jyoti
मंदिर सूना बिन ज्योति माला सूनी बिन मोती……
बालाजी के प्यार बिना राम के दीदार बिना,
किस्मत जागे ना सोती माला सुनी बिन मोती,
मंदिर सूना बिन ज्योति माला सूनी बिन मोती……
राम मेरे हनुमान बिना सेवा श्रध्दा ज्ञान बिना,
पुरी इच्छा ना होती माला सुनी बिन मोती,
मंदिर सूना बिन ज्योति माला सूनी बिन मोती……
मेंहदीपुर के धाम बिना बालाजी के नाम बिना,
भक्ति चित ने ना मोहती माला सुनी बिन मोती,
मंदिर सूना बिन ज्योति माला सूनी बिन मोती……
सुना कमल जल खुशबु बिना दर्शन ना सही लो ए बिना,
जल बिन अंखियां ना रोती माला सुनी बिन मोती,
मंदिर सूना बिन ज्योति माला सूनी बिन मोती……
हनुमान जी की कृपा का प्रकाश जब हमारे जीवन में समा जाता है, तो हर अंधकार मिट जाता है और भक्ति का दीप प्रज्वलित हो उठता है। यदि इस भजन ने आपके मन में भक्तिभाव जगा दिया, तो आप “दुनिया में देव हजारों हैं” का भी अवश्य भजन करे, जिसमें यह दर्शाया गया है कि अनगिनत देवताओं में भी सच्चा सहारा केवल हनुमान जी ही हैं। ???? जय श्री राम! जय बजरंगबली!

I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile