मन की गति पछाड़ चले बजरंगबली भजन लिरिक्स

मन की गति पछाड़ चले बजरंगबली भजन हनुमान जी की अद्वितीय शक्ति, वेग और भक्ति को दर्शाता है। यह भजन हमें उनके अपार पराक्रम और अविचल निष्ठा की याद दिलाता है, जिससे वे असंभव को भी संभव कर देते हैं। यह भजन हमें यह प्रेरणा देता है कि अगर हम अपने जीवन में दृढ़ संकल्प और भक्ति के साथ आगे बढ़ें, तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती।

Man Ki Gati Pachhad Chale Bajarangbali Bhajan Lyrics

ले बजरंगबली भजन लिरिक्स

मन की गति पछाड़ चले,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली।1।

मृत्यु भय से सहम गयी,
काँपने लगी थर थर,
सिंधु हुआ नतमस्तक,
देखता है बस डर डर,
पवन पिता सहयोगी,
साथ चल पड़े सर सर,
पुष्प लूटाते नभ से,
देवता अंजलि भर भर,
रुद्र के अवतार चले,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली।2।

देव दनुज यक्ष मनुज,
प्रश्न बार बार करे,
श्रष्टि के सुखंड खंड,
खंड हाहाकार करे,
अंजनी के लाल,
महाकाल कुछ उजारेंगे,
हनुमान शायद,
रावण को आज मारेंगे,
रूप अजब धार चले,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली।3।

रस्तो का अवरोध,
हर विरोध कर दिया निष्फल,
कपिकुमार लंका में,
गए तो मच गयी हलचल,
वाटिका अशोक तो,
उजाड़ना बहाना था,
मौत जिसमे रावण की,
बाण लेके जाना था,
ढूंढ के वो बाण चले,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली।4।

मन की गति पछाड़ चलें,
बादलों को फाड़ चले,
सिंह सा दहाड़ चले,
बजरंगबली,
बजरंगबली बजरंगबली,
बजरंगबली मेरे बजरंगबली।5।

“मन की गति पछाड़ चले बजरंगबली” भजन हमें हनुमान जी के दिव्य गुणों को अपनाने की सीख देता है—अटूट भक्ति, निःस्वार्थ सेवा, अदम्य साहस और अपराजेय शक्ति। इनके भजन “हनुमान चालीसा” केवल उनके बल और वेग की ही नहीं, बल्कि उनके भक्तों के प्रति प्रेम और करुणा की भी गाथा है।

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