मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान सागर में नैया डाल दई लिरिक्स

मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान सागर में नैया डाल दई भजन हनुमान जी की असीम शक्ति और भक्तों के प्रति उनकी करुणा को दर्शाता है। इसमें भक्त अपने जीवन की कठिनाइयों को पार करने के लिए पूरी तरह से हनुमान जी पर विश्वास करता है। यह भजन उन लोगों के लिए प्रेरणा है, जो अपने संघर्षों में हिम्मत खो बैठे हैं।

Maine Tere Hi Bharose Hanuman Sagar Me Naiya Dal Di Lyrics

मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।1।

काहे की या नाव बनाई,
काहे की पतवार,
रामा काहे की लगा दी जंजीर,
सागर में नैया डार दई,
मैने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।2।

राम नाम की नाव बनाई,
भक्ति की पतवार,
ओ रामा ज्ञान की लगा दी जंजीर,
सागर में नैया डार दई,
मैने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।3।

कौन सखी वामें बैठनहारे,
कौन है खेवनहार,
रामा कौन लगाहे बेड़ा पार,
सागर में नैया डार दई,
मैने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।4।

सीता मैया बैठनहारी,
लक्ष्मण खेवनहार,
मोरे राम जी लगावे बेड़ा पार,
सागर में नैया डार दई,
मैने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।5।

तुलसीदास आस रघुवर की,
चरणन में बलिहार,
मोरे बालाजी लगाहे बेडा पार,
सागर में नैया डार दई,
मैने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।6।

मैंने तेरे ही भरोसे हनुमान,
सागर में नैया डाल दई।7।

यह भजन हनुमान जी के प्रति श्रद्धा और विश्वास को और भी मजबूत करता है। जब भी हम जीवन की कठिनाइयों का सामना करते हैं, हनुमान जी का नाम हमें साहस और समर्थन प्रदान करता है। जैसे किसी ने हनुमान जी के भरोसे अपनी नैया को सागर में डाला, वैसे ही हमें भी अपने संघर्षों में पूर्ण विश्वास के साथ हनुमान जी की शरण में जाना चाहिए।

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