माँ अंजनी के लाल सुन लेना मेरी पुकार भजन लिरिक्स

माँ अंजनी के लाल सुन लेना मेरी पुकार एक भावुक और श्रद्धापूर्वक भजन है, जो भक्तों द्वारा भगवान हनुमान के प्रति अपनी गहरी भक्ति और आस्था को व्यक्त करने के लिए गाया जाता है। यह भजन हनुमान जी से अनुरोध करता है कि वे अपने भक्तों की पुकार सुनें और उनके दुखों को दूर करें। इस भजन में भक्तों की दिल से निकली प्रार्थना है कि हनुमान जी उन्हें अपनी कृपा से आशीर्वादित करें और उनकी हर मुश्किल का समाधान करें। इस भजन के बोल सुनने वाले को हनुमान जी की शक्ति और उनकी महानता का अहसास कराते हैं।

Maa Anjani Ke Lal Sun Lena Meri Pukar

माँ अंजनी के लाल, सुनले ना मेरी पुकार,
हो जायेँ भव से पार हम पे कृपा जो तेरी हो॥
माँ अंजनी के …

दरबार तेरा पावन, लगती है शोभा प्यारी,
महिमा तेरी है निराली जाने दुनिया सारी।
तेरी भक्ति से, तेरी शक्ति से,
मिट जाते सब जंजाल॥1॥
माँ अंजनी के …

तेरी कितनी करूँ बड़ाई, रामचन्द्र के बने सहाई,
लाके संजीवन बूँटी, लक्ष्मण की जान बचाई।
भीड़ पड़े जब, भक्तोँ पे तब,
तू संकट देता सब टाल॥2॥
माँ अंजनी के…

ओ सालासर के राजा, सारो सबके काजा,
शरण मेँ पड़ा हूँ तेरी, मेरी बिगड़ी बनाजा।
विनती सुनले, ‘खेदड़’ की,
दु:खोँ से गया हूँ हार॥3॥
माँ अंजनी के …

हनुमान जी की महिमा और उनकी भक्ति में समर्पित ये भजन न केवल हमारी आस्था को बढ़ाते हैं, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा भी लाते हैं। माँ अंजनी के लाल सुन लेना मेरी पुकार के जैसे अन्य भजन भी हनुमान जी की कृपा और उनके भक्तों के बीच का गहरा संबंध स्थापित करते हैं। हनुमान जी की उपासना से हर भक्त की जिंदगी में सुख-शांति और समृद्धि आती है। अगले भजन में हम और भी गहरे रूप में उनकी भक्ति और आशीर्वाद का अनुभव करेंगे। हनुमान जी की भक्ति में हर भजन एक नए अध्याय की तरह है, जो हमें उनके साथ जुड़ने का अवसर देता है।

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