जिनकी कृपा की है महिमा अपार हनुमान भजन लिरिक्स

जिनकी कृपा की है महिमा अपार भजन हनुमान जी की अनंत कृपा और उनकी असीम महिमा का गुणगान करता है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि जो भी श्रद्धा और विश्वास के साथ बजरंगबली की शरण में आता है, उसके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। संकटमोचन की भक्ति न केवल मन को शांति देती है बल्कि जीवन में नई ऊर्जा और साहस का संचार भी करती है।

Jinaki Kripa Ki Hai Mahima Apar Hanuman Bhajan Lyrics

जिनकी कृपा की है महिमा अपार,
लीना है हनुमत ने रुद्रावतार,
ये महादानी है हनुमान जी,
सर्वज्ञ ज्ञानी है हनुमान जी।1।

साधुओं को तारे,
ये तो पापी जनों को उबारे,
दुष्ट दानवों को,
क्षण माहि प्रभु संहारे,
वीर बली हनुमत है,
सूरत लुभानी है हनुमान जी,
ये महादानी है हनुमान जी।2।

राम जी के प्यारे,
देवी सीता की आँखों के तारे,
तन और मन से कपिवर,
श्री राम ही राम उचारे,
यूँ लागे जग माहि,
राम की वाणी है हनुमान जी,
ये महादानी है हनुमान जी।2।

सूर्य सम प्रखर है,
जिनका वेग है वायु समाना,
राम काज कीन्हे,
कोई दूजा ना इनके समाना,
सेवा में श्रेष्ठ है वो,
सूरत लुभानी है हनुमान जी,
ये महादानी है हनुमान जी।4।

पल में पीड़ हरते,
जो भी श्रद्धा से द्वारे है आए,
क्यों ना हो विशाला,
जिनके अंतर में राम समाए,
सदियों से वेदों ने,
महिमा बखानी है हनुमान जी,
ये महादानी है हनुमान जी।5।

जिनकी कृपा की है महिमा अपार,
लीना है हनुमत ने रुद्रावतार,
ये महादानी है हनुमान जी,
सर्वज्ञ ज्ञानी है हनुमान जी।6।

हनुमान जी की कृपा अपरंपार और असीम है। जो भी भक्ति भाव से उनका स्मरण करता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। वे भक्तों के संकट हरने वाले और जीवन को शुभता से भरने वाले देवता हैं। आइए, हम भी सच्चे मन से बजरंगबली का स्मरण करें और उनकी कृपा प्राप्त करें। जय श्री राम! जय हनुमान! ????????

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