जिनके हृदय में है सिया राम उनके निकट बसे श्री हनुमान लिरिक्स

“जिनके हृदय में है सिया राम, उनके निकट बसे श्री हनुमान” भजन का संदेश सीधा और सरल है – भगवान राम और माता सीता की भक्ति से हनुमान जी स्वयं हमारे दिलों में निवास करते हैं। इस भजन के माध्यम से हम यह समझ सकते हैं कि श्री हनुमान का आशीर्वाद केवल उन पर होता है, जिनके मन में राम और सीता का नाम और गुण बसते हैं।

Jinake Hirday Me Hai Siya Ram Unake Nikat Base Sri Hanuman Lyrics

जिनके हृदय में है सिया राम,
उनके निकट बसे श्री हनुमान,
सकल दुखों से देते निदान,
रक्षा स्वयं करे श्री हनुमान,
जिनकें हृदय में हैं सिया राम,
उनके निकट बसे श्री हनुमान।1।

राम लक्ष्मण जानकी,
जय बोलो हनुमान की।

भक्त विभीषण के मन में,
श्री राम की ज्योति नित जलती थी,
श्री हनुमान के नयनों से वह ज्योति,
किरण जा कर मिलती थी,
देखा राम दूत हनुमान,
मुख से निकला जय श्री राम,
जिनकें हृदय में हैं सिया राम,
उनके निकट बसे श्री हनुमान।2।

राम लक्ष्मण जानकी,
जय बोलो हनुमान की।

माता सीता लंका में नित,
राम नाम जपती रहती थी,
हनुमत जब मुद्रिका गिराये,
अचरज से ये सिय कहती थी,
राम जपो मिलते हनुमान,
हनुमत से हो जग कल्याण,
जिनकें हृदय में हैं सिया राम,
उनके निकट बसे श्री हनुमान।3।

राम लक्ष्मण जानकी,
जय बोलो हनुमान की।

पहुँचे अयोध्या जब हनुमान जी,
बोले भरत से आए राम,
भरत जी बोले अब हुआ ज्ञान,
राम से पहले जय हनुमान,
राम वहीँ आकर के रहते,
भक्त जहाँ हनुमत के समान,
जिनकें हृदय में हैं सिया राम,
उनके निकट बसे श्री हनुमान।4।

राम लक्ष्मण जानकी,
जय बोलो हनुमान की।

जिनके हृदय में है सिया राम,
उनके निकट बसे श्री हनुमान,
सकल दुखों से देते निदान,
रक्षा स्वयं करे श्री हनुमान,
जिनकें हृदय में हैं सिया राम,
उनके निकट बसे श्री हनुमान।5।

इस भजन के अंत में, भक्त अपने ह्रदय में श्री राम और माता सीता के नाम का जप करने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं। जब हमारे ह्रदय में राम का वास होता है, तो हनुमान जी हमें अपने आशीर्वाद से जीवन के हर कठिनाई से उबारते हैं। यह भजन हमें सच्ची भक्ति और विश्वास की ओर मार्गदर्शन करता है और हमें अपने जीवन में राम के नाम की शक्ति को महसूस करने की प्रेरणा देता है।

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